०० आरोपी पत्नी के साथ भागना चाहता था कोलकाता, पुलिस ने समझाया तो किया आत्मसमर्पण
रायपुर| भिलाई के रंजीत सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी निखिल एंजल उर्फ चीकू को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद इस मामले के सभी 8 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। पुलिस ने एक दिन पहले ही भाजयुमो से निष्कासित और वारदात के मास्टरमाइंड लोकेश पांडेय को भी विशाखापट्टनम से पकड़ा था। रंजीत (22) की 18 जून को छावनी क्षेत्र के साईं नगर में हत्या कर दी गई थी।
यह भी पढ़े :
सीएसपी केडी पटेल ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी आरोपी निखिल वारदात के बाद नांदगांव की तरफ भागा। फिर मोबाइल बंद करके राजिम चला गया था। वहीं छिपकर रह रहा था। उसने गुरुवार को अपनी पत्नी को बुलवाया और कोलकाता भागने की फिराक में था। पता चलने पर पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की और निखिल से संपर्क कर सरेंडर करने को कहा। इसके बाद निखिल अपने पत्नी के साथ भिलाई लौट आया। पुलिस ने उसके घर से हिरासत में ले लिया।
छावनी सीएसपी ने बताया कि गणेश्वर उर्फ अमन भारती उर्फ टिम्पू को रंजीत सिंह व उसके साथियों ने जान से मारने की धमकी थी। इस पर अमन भारती ने यह बात भाजयुमो के तत्कालीन जिला महामंत्री लोकेश पांडेय को बताई। लोकेश पांडेय की दुकान में ही हत्या की साजिश रची गई। फिर लोकेश की गाड़ी से सोना उर्फ जोश अब्राहम, अमन उर्फ टिम्पू, बिसेलाल भारती उर्फ छोटू, भूपेन्द्र साहू, पिन्टू सिंह, निखिल एंजल उर्फ चीकू और निखिल साहू 19 जून की रात सांईं नगर हनुमान मंदिर के पास रंजीत सिंह को खोजते हुए पहुंचे।
यह भी पढ़े :
रंजीत अपने साथी शुभदीप सिंह व पीटर के वहां बैठा हुआ था। रंजीत को देखते हुए सभी ने गाड़ी में रखे बेस बल्ला व चाकू निकाल कर उनके ऊपर हमला कर दिया। मारपीट करते देख रंजीत के साथी शुभदीप व पीटर वहां से भाग निकले। इसके बाद आरोपियों ने रंजीत को पकड़ा। घसीटते हुए झूले के पास से स्ट्रीट लाईट के पोल के पास ले गए और बेस बल्ला व चाकू से मारकर हत्या कर दी। मौत हो जाने के बाद उन्होंने उसके शव को बोरे में भरकर लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला के पास फेंक दिया और फरार हो गए।