रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल के तीन वर्ष पूरा होने पर कहा कि 3 साल में कांग्रेस संगठन की मजबूती के साथ सरकारी योजनाओं के प्रचार एवं जनता की आवाज को उठाने का काम किया। कांग्रेस सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की संगठन के माध्यम से प्रचार-प्रसार एवं उनका जनता को व्यापक लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया। राज्य में सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने चित्रकोट, दंतेवाड़ा उपचुनाव की ऐतिहासिक सफलता के बाद नगरीय निकाय, चुनावों की जीत के बाद मरवाही, खैरागढ़ उपचुनावों में पार्टी की विजय तथा नगरीय निकायों के दूसरे चरण में कांग्रेस की एकतरफा समर्थन से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा। पंचायत चुनावों में भी कांग्रेस ने 90 फीसदी से अधिक क्षेत्रों में सफलता अर्जित किया।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन चौथाई बहुमत के साथ प्रदेश में सरकार बनाया। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार ने जनघोषणा पत्र के वायदों को पहले घंटे से पूरा करना शुरु किया और साढ़े तीन सालों में सरकार ने अपने कांग्रेस के घोषणा पत्र के 90 प्रतिशत से अधिक वायदों को पूरा किया। कांग्रेस संगठन का एक-एक कार्यकर्ता पिछले तीन साल में प्रदेश से लेकर ब्लॉकों, वार्डो और गांवों तक सरकार की योजनाओं एवं संगठन के कार्यों से जनता के प्रति जुड़ाव को बढ़ाया है। 2018 में जो जनादेश प्राप्त किया था पिछले साढ़े तीन सालों में हमने अपने कार्यकर्ताओं के दम पर उस जनसमर्थन को और बढ़ाने का काम किया है।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कामों के प्रचार के साथ केंद्र में बैठी मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष में भी कांग्रेस पार्टी मुखर रही है। कांग्रेस ने कोरोना काल में जनता की सेवा के साथ दवाई, भोजन, अस्पताल आदि की व्यवस्था में भी सक्रिय योगदान दिया तथा मोदी सरकार की मुनाफाखोरी, अकर्मण्यता के खिलाफ, बढ़ती महंगाई का व्यापक विरोध, रोजगार की मांग को लेकर लगातार प्रभावी आंदोलन किया गया। मोदी सरकार के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के विरोध में राज्य से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आवाज उठाया। अग्निपथ योजना के विरोध में 90 विधानसभा क्षेत्रों में गांधीवादी तरीके से प्रभावी सत्याग्रह चलाया गया जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित सभी मंत्री, विधायक अपने क्षेत्रों में शामिल होकर मोदी सरकार के द्वारा युवाओं के खिलाफ सेना के खिलाफ लाई गई अग्नि पथ योजना का विरोध किया गया।