मुद्दाविहीन भाजपा छत्तीसगढ़ में नफरत की खेती करना चाह रही
रायपुर। भाजपा, आरएसएस और उसके सहयोगी संगठनों के छत्तीसगढ़ बंद को प्रदेश की जनता ने नकार दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोग सुबह से घूम-घूमकर गरीब ठेले वालों, चाय दुकान वाले, सब्जी बेचने वालों को परेशान करते रहे, धमकाते रहे उसके बावजूद जनता ने भाजपा के सांप्रदायिकता फैलाने के उद्देश्य से कराये गये बंद को नकार कर यह साबित कर दिया। छत्तीसगढ़ की शांत फिजा में जहर घोलने के किसी भी प्रयास का छत्तीसगढ़ की जनता समर्थन नहीं करेगी। मुद्दाविहीन भाजपा छत्तीसगढ़ में नफरत की खेती करना चाह रही लेकिन प्रदेश की जनता ने उसे खारिज कर दिया।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि उदयपुर की घटना के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने त्वरित कार्यवाही करते हुये दोषियों को 6 घंटे में गिरफ्तार किया। केंद्र सरकार भी घटना के संबंध में एनआईए की जांच करवा रही है फिर भारतीय जनता पार्टी ने किस उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था? भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में मुद्दाविहीन हो चुकी है। उसके पास राज्य में जनहित के मसलों को उठाने के लिये कुछ बचा नहीं है इसीलिये वह उदयपुर जैसी निंदनीय घटना के आधार पर छत्तीसगढ़ में राजनीति करने का घृणित प्रयास कर रही है। सारा देश उदयपुर की घटना से आहत है, व्यथित है लेकिन कुछ आपराधिक मनोवृत्ति के व्यक्तियों के कृत्यों के आधार पर पूरे देश में माहौल खराब करने बंद आदि बुलाकर घटना के आधार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बंद के दौरान प्रदेश भर में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की सराहना करते हुये कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण भाजपा और आरएसएस के लोगों की हजार कोशिशों के बावजूद प्रदेश में कहीं भी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो पायी। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने पहले भी सांप्रदायिकता का बीज बोकर अपनी गंदी राजनीति करने का प्रयास किया है मगर असफल रही है। एक बार फिर से भाजपा छत्तीसगढ़ बंद के बहाने राजनीति चमकाने का निरर्थक प्रयास किया मगर छत्तीसगढ़ की जनता बेहद समझदार है और भाजपा के षड्यंत्रकारी चरित्र को अच्छी तरह समझती है।