भूपेश बघेल ने साबित कर दिया भारत में उनसे बड़ा गोसेवक कोई दूसरा नहीं
गोधन न्याय योजना के समान गोमूत्र खरीदी भी नये आयाम गढेगी
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हरेली तिहार से 4 रू. लीटर में गोमूत्र खरीदी किये जाने की घोषणा का कांग्रेस ने स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि गोमूत्र खरीदी का निर्णय ऐतिहासिक है। इस निर्णय से भूपेश बघेल ने साबित कर दिया कि भारत में उनसे बड़ा गौसेवक और गोवंश सरंक्षक दूसरा कोई नहीं है। लोग गोमूत्र और गोबर बेचने के लिये अपने गायों, मवेशियों को बांधकर रखेंगे, उनके चारे-पानी की व्यवस्था करेंगे। जिस प्रकार से गोधन न्याय योजना में गोबर की खरीदी कर के छत्तीसगढ़ ने देश में एक नया आयाम गढ़ा है। वैसे ही गोमूत्र खरीदी से भी नवाचार का नया अध्याय लिखा जायेगा। गोवंश के संरक्षण और जैविक कृषि तथा खेती को रसायनिक कीटनाशकों से बचाने के लिये गोमूत्र का प्रयोग क्रांतिकारी कदम साबित होगा। गोमूत्र का आयुर्वेद में भी बड़ा महत्व है। अनेकों असहाय रोगों के ईलाज में भी गोमूत्र कारगर औषधि के साबित हुई है। गोमूत्र की खरीदी हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी इसमें चरवाहों गोपालकों को किसानों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी बनेगा।
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प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि गौधन न्याय योजना में दो रु किलो में गोबर खरीदी कर पशुपालकों को गोबर बिनने वालो के साथ महिला स्व-सहायता समूह भी जुड़कर आर्थिक लाभ प्राप्त कर रही है। छत्तीसगढ़ मॉडल की गोधन न्याय योजना पूरे देश में छुट्टा आवारा पशुओं के सड़को में खेत खलिहानों में घूमने से रोकने का सबसे बड़ी योजना बनकर उभरी है। स्वयं प्रधानमंत्री जी भी अपने भाषणों में यूपी में छुट्टा पशुओ की समस्या के लिए योजना बनाने की घोषणा कर अप्रत्यक्ष रूप से छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना की चर्चा की है। गोमूत्र से बने कीटनाशकों के इस्तेमाल खेती-किसानी में होने से कृषि लागत मूल्य में कमी आयेगी। कृषि जमीन की ऊर्वरा शक्ति बढ़ेगी। रसायनिक खादों कीटनाशको पर निर्भरता खत्म होगी। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ मॉडल किसानों, गरीबों के साथ ही ग्रामीण एवं शहरी आबादी को भा रहा है। छत्तीसगढ़ मॉडल छत्तीसगढ़ की जनता का कल्याण कर रहा है। छत्तीसगढ़ मॉडल को पूरे देश में लागू करने में संकोच नहीं करना चाहिए। संघीय ढांचे में किसी राज्य की उत्तम योजनाओं का लाभ सारे देश की जनता को मिले तो इसमें कोई राजनीति नहीं होना चाहिए। भाजपा के नेता अपनी संकुचित मानसिकता से बाहर निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों, किसानों, गरीबों, मजदूरों, महिलाओं तथा सर्वहारा वर्ग के हित में छत्तीसगढ़ मॉडल को देश में लागू करने मोदी सरकार से मांग करें तो उनके छत्तीसगढ़ में पंद्रह साल और देश में सात साल किये गए पाप कुछ हद तक धुल जाएंगे।