’बीते मात्र 3 महीनों में 35 हजार से अधिक को मिला निःशुल्क जांच एवं दवाईयों का लाभ’
’नेत्र परीक्षण और दंत चिकित्सक की सुविधा भी उपलब्ध’
कोरिया| मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी हाट बाजार क्लिनिक योजना से राज्य के जरूरतमंद लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच आसान हुई है। शहरों से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के हाट बाज़ारों तक डेडिकेटेड वाहनों के माध्यम से निःशुल्क जांच एवं परामर्श तथा दवाइयां उपलब्ध होने से लोगों के बीच हाट बाजार क्लिनिक योजना की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। मौसमी बीमारियों के लिए भी अब अस्पताल तक नहीं जाना पड़ता, अस्पताल की सारी सुविधाएं हाट बाजार के ज़रिए लोगों तक पहुंच रही हैं।
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जिले में वर्तमान में संचालित 35 हाट बाज़ार क्लीनिक में 5 डेडिकेटेड वाहनों में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहें हैं, ग्रामीणों की लगातार मांग पर योजना की लोकप्रियता को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा 3 अन्य हाट बाजारों का चिन्हांकन किया गया है। जिससे अब जिले के लोगों को 38 हाट बाज़ारों में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इसके लिए एमएमयू की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। विकासखण्ड सोनहत के कटगोड़ी, विकासखण्ड भरतपुर के कटवार और विकासखण्ड खड़गवां के पोड़ी में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाज़ार में आने वाले लोगों को भी हाट बाज़ार क्लिनिक योजना से उपचार की सुविधा मिलेगी, ज्यादा लोगों को योजना का लाभ दिलाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
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’विगत 3 महीनों में 35 हजार से अधिक को मिला निःशुल्क जांच एवं दवाईयों का लाभ’
योजना के तहत वर्तमान में 35 साप्ताहिक हाट बाजारों में 5 डेडिकेटेड वाहनों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम हर विकासखण्ड के हाट बाजारों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं हैं। 1 अप्रैल 2022 से अब तक कुल 35 हजार 675 मरीजों ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया तथा निःशुल्क दवाइयों का लाभ मिला। वहीं 53 जरूरतमंदों को इलाज हेतु जिला अस्पताल रेफर किया गया। इस समयावधि में 538 आयोजित साप्ताहिक हाट बाजारों में एमएमयू वाहन पहुंचे, प्रति हाट बाजार लगभग 66.31 के औसत दर से मरीजो का इलाज हुआ। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक में प्रत्येक सप्ताह नेत्र सहायक के द्वारा नेत्र परीक्षण कर उपचार की सुविधा भी दी जा रही है। साथ ही दंत चिकित्सक द्वारा दांतों से संबंधित बीमारी की भी जांच की जाती है। मरीजों को निःशुल्क दवा वितरण के साथ ही गंभीर मरीज को उचित इलाज के लिए उच्च संस्था रिफर भी किया जा रहा है।