०० बस्तर के करीब 1500 बच्चे और गर्भवती माताओं को पोष्टिक आहार के रूप में दिया जाना था रेडी-टू-ईट
रायपुर| बस्तर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में एक्सपायरी डेट वाले रेडी-टू-ईट के पैकेट वितरण किए गए हैं। इस रेडी-टू-ईट का सेवन गांवों की गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को करना था। लेकिन, समय रहते एक्सपायरी डेट की जानकारी मिल गई। जिसके बाद वितरण बंद करवा दिया गया है।
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यह पूरा मामला बस्तर जिले के बस्तर ब्लॉक के केसरपाल और बाकेल गांव का है। जहां करीब 40 केंद्रों में एक्पायरी डेट वाले रेडी-टू-ईट के पैकेट का वितरण कर दिया गया है। इन रेडी-टू-ईट पैकेट की एक्सपायरी डेट 4 जुलाई 2022 थी। लेकिन, आज 22 जुलाई तक यह नए पैकेट के रूप में आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरण हो चुका है। बताया जा रहा है कि, इन दोनों ग्राम पंचायतों के करीब 1500 बच्चे और गर्भवती माताओं को पोष्टिक आहार के रूप में यही रेडी-टू-ईट दिया जाना था। राहत की बात ये रही कि ये बच्चों और महिलाओं तक पहुंचने से पहले ही इस मामले का पता चल गया। जब गांव के ग्रामीणों ने पैकेट देखे तो उनकी नजर एक्सपायरी डेट पर पड़ी। जिसके बाद आस-पास के सभी केंद्रों में पता लगाया गया, वहां भी यही एक्सपायरी डेट वाले पैकेट का वितरण किया गया था।
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ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को पैकेट न खोलने और इसे गर्भवती महिला और बच्चों को देने के लिए मना कर दिया। जिसके बाद इस मामले की जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को भी दी गई। अफसरों की मानें तो फिलहाल वितरण रुकवा दिया गया है। पैकेट की जांच की जा रही है। बस्तर में गर्भवती माताओं और कुपोषित बच्चों में सुपोषण दर को बढ़ाने के लिए रेडी-टू-ईट पोष्टिक आहार खिलाया जाता है। इस रेडी-टू-ईट पैकेट की सप्लाई बस्तर में राजधानी रायपुर से होती है। 20 जुलाई को सैकड़ों पैकेट बस्तर ब्लॉक के 40 से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों में बांटे गए हैं। इधर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा ने कहा कि, जानकारी मिली है। जांच करवाई जा रही है।