भाजपा रोजगार के लिये मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करे
पूर्व के रमन सरकार 2018 में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था आज बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है
रायपुर। बेरोजगारी को लेकर भाजपा के आंदोलन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कौन सी नैतिकता से भाजपा बेरोजगारी के नाम पर आंदोलन कर रही है? छत्तीसगढ़ रोजगार देने के मामले में देश में सबसे ऊंचे पायदान पर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नये विश्वसनीय छत्तीसगढ़ मॉडल से 5 लाख से अधिक युवाओं के लिये रोजगार, स्वरोजगार और सरकारी नौकरी के द्वार खुले। सत्ता परिवर्तन के पहले 2018 में जहां राज्य का बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था। आज छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है। जबकि देश की बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ सरकार ने आने वाले 5 साल में 12 से 15 लाख युवाओं को रोजगार देने के लिये छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन का गठन किया है। रमन राज में सरकारी नौकरी के बंद द्वार को भूपेश सरकार ने खोला।
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा को आंदोलन मोदी सरकार के खिलाफ करना चाहिये। मोदी सरकार ने देश के युवाओं से रोजगार के मामले में भी धोखा दिया है। 2014 के पहले भाजपा ने गली-गली, गांव-गांव, शहर-शहर घूम कर युवाओं को केंद्र में सरकार बनने के बाद प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा और दावा किया था उसका क्या हुआ? अग्निपथ स्कीम में 4 साल की टेम्परेरी नियुक्ति दे रहे हैं? मोदी सरकार के 8 साल में 16 करोड़ रोजगार कहां गये? और 23 करोड़ हाथों से जो रोजगार छीना गया है उसके लिए कौन जिम्मेदार है? केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुराने स्थिति में खड़ी हुई है। 1 करोड़ 25 लाख महिलाओं के हाथ से काम छीना गया है 15,000 से अधिक उद्योगपति कारोबार समेट कर देश छोड़कर चले गए। केंद्र सरकार के विभिन्न उपक्रमों में अभी भी एक करोड़ से अधिक सरकारी पद रिक्त है उसमें भर्ती कब होगी? सरकारी नौकरी में भर्ती के नाम से निरंतर मोदी सरकार देश के युवाओं को ठग रही है और लूट रही है सरकारी पदों में भर्ती का विज्ञापन निकालकर देश के बेरोजगार युवाओं से 1300 करोड़ों सलाना मोदी सरकार कमाती है। केंद्र सरकार के पास देश के युवाओं को रोजगार देने का कोई रोडमैप नहीं है देश के 45 करोड़ युवा रोजगार की तलाश करते करते इतना हताश और परेशान हो गए हैं की अब वो रोजगार ढूंढना ही बंद कर दिए हैं। केंद्र में ऐसी निकम्मी सरकार चलाने वाले भाजपाई कौन सी नैतिकता से छत्तीसगढ़ में रोजगार को लेकर आंदोलन चला रहे हैं।