०० पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल को मामले की जांच की मांग करने केंद्रीय वित्त मंत्री के पास चलने की दी चुनौती,
रायपुर| चिटफंड घोटालों से जुड़े आरोपों का मामला गरमाता जा रहा है, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंगलवार को सोशल मीडिया के माध्यम से फिर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मामले की जांच की मांग करने केंद्रीय वित्त मंत्री के पास चलने की चुनौती दी। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कह दिया कि आप कोरोना से ठीक हो जाइए, चलते हैं फिर दिल्ली।
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पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने लिखा, भूपेश जी अब इधर-उधर की बात छोड़िए-सीधे चिटफंड की जांच पर आते हैं। आप मुख्यमंत्री हैं, केंद्रीय वित्त मंत्री जी से ईडी की जांच के लिए समय मांगिए। जहां, जब, जैसे भी चलना है बताइए – मैं आपके साथ चलने को तैयार हूं। बस अब और झूठ और बहाने नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा, समय, जगह और तारीख बताइए। चिटफंड की जांच के आग्रह के लिए कब केंद्रीय वित्त मंत्री के पास दिल्ली चलना है। मैं तैयार हूं-आप भी तैयार रहिए।
थोड़ी देर बाद ही इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जवाब आ गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा, डॉक्टर साहब! आपके आग्रह के पहले ही मैंने 27/06/2022 को इस विषय पर प्रधानमंत्री जी, वित्त मंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखा है। जहां तक कार्रवाई का प्रश्न है, अब बात जब भाजपा के नेताओं की होती है तो मुलाकात से तो बात बनेगी नहीं, धरना देना होगा। मुख्यमंत्री ने बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा, मैं एफआईआर की कॉपी निकलवा लेता हूं, आप कोरोना से स्वस्थ हो जाइए, चलते हैं फिर दिल्ली। लगे हाथ केंद्र द्वारा बंद की गई जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि को बंद न करने का अनुरोध भी कर लेंगे।
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मुख्यमंत्री ने इस बीच पनापा पेपर्स का मामला भी उठा दिया। उन्होंने डॉ. रमन सिंह को संबोधित करते हुए लिखा, तब तक एक मदद आप भी कर दीजिए। पुलिस थाने में एफआईआर लिखवा दीजिए कि आपके घर के पते का किसी अभिषेक सिंह ने दुरुपयोग किया है। इससे पनामा पेपर्स में जिस रमन मेडिकल स्टोर्स का नाम आया है उसकी भी जांच हो जाएगी। सीएम मैडम कौन है इसका पता बाद में चल जाएगा। ज्ञात हो कि कांग्रेस ने 21 जुलाई को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय का घेराव किया था। यहां प्रेस से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर कई घोटालों के आरोप लगाए। उन्होंने चुनौती देकर कहा कि ईडी इन घोटालों की जांच क्यों नहीं करती। नान घोटाले की एफआईआर तो ईडी के पास ही है। जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चुनौती दी कि एक भी आरोप साबित हो गया तो वे सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे। विधानसभा में भी दोनों ओर से यह बात उठी। उसके बाद बात सोशल मीडिया के जरिए अधिक तीखी होती गई।