०० आत्मसमर्पित नक्सली 70 से ज्यादा जावनों की शहादत के हैं जिम्मेदार गांव-गांव प्रचार कर लोगों को जोड़ते थे
रायपुर| बस्तर के मिनपा, टेकलगुड़ा, बुर्कापाल समेत कई बड़ी घटाओं में शामिल रहे 3 खूंखार माओवादियों ने दंतेवाड़ा पुलिस के सामने हथियार डाल दिए हैं। ये तीनों माओवादी करीब 70 से ज्यादा जवानों की शहादत के जिम्मेदार हैं। इन तीनों पर कुल 18 लाख रुपए का इनाम घोषित है। नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के पहले दिन तीनों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। सरेंडर माओवादियों ने कहा कि पुलिस के लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर हथियार डालने का मन बनाया। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
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आत्मसमपर्ण करने वाले नक्सलियों में रमेश हेमला, संतु हेमला, और रितेश हेमला शामिल हैं। रमेश और संतु पर पांच 5-5 लाख रुपए जबकि रितेश पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। इनमें से दो लोग माओवादियों के बटालियन टीम के सदस्य और एक कंपनी नंबर 2 का सदस्य था। पिछले 10 से 11 सालों से यह तीनों माओवादी संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे। गांव-गांव में नक्सल संगठन का प्रचार करना, लोगों को संगठन से जोड़ने का भी काम करते थे। साथ ही माओवादियों की प्रेस टीम के भी सदस्य रह चुके हैं।
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दंतेवाड़ा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि, तीनों नक्सली मिनपा समेत कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं। संगठन में रहते हुए कई बड़े कैडर्स के साथ काम कर चुके हैं। पुलिस तीनों से पूँछताछ कर रही है। कई खुलासे होने की संभावना है। एसपी ने बताया कि, आज 28 जुलाई से नक्सली अपना शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के पहले दिन तीन माओवादियों का एक साथ हथियार छोड़ना यह पुलिस की बड़ी कामयाबी है।