रायपुर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मोदी सरकार की मंत्री स्मृति इरानी सहित भाजपा के सांसदों द्वारा की गयी अभ्रदता अक्षम्य अपराध है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा के नेता सत्ता और बहुमत के अतिवाद में विपक्ष के नेताओं के प्रति जो असम्मान जनक बर्ताव कर रहे हैं उससे समूचा देश शर्मशार हो रहा है। भाजपाई राजनैतिक शिष्टाचार को भूल गये है। भाजपा यह समझती है कि वह अभ्रदता कर हल्ला मचा कर कांग्रेस के नेताओं की आवाज को दबा देगी तो यह उसकी भूल है।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि लोकसभा में जो घटना हुई, भारत प्रजातंत्र के इतिहास में सबसे काला दिन है, क्योंकि सबसे वरिष्ठ नेता और एक महिला सांसद सोनिया गांधी के साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ, ये कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है, सोनिया गांधी बात करने गई तब बीजेपी के सांसद, महिला तो महिला, पुरुष सांसद भी उन के ऊपर चढ़ाई करने लगे, कांग्रेस के सांसदों ने किसी तरह से उनको वहाँ से निकाला। जिस तरह की हरकत हुई है, कांग्रेस पार्टी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती और यह मांग करती है कि इसके लिए प्रधानमंत्री और स्मृति ईरानी माफी मांगे।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा सोचती है उसके षडयंत्रो से सोनिया गांधी डर जाएंगी, बौखला जाएंगी, उनकी करतूतों पर बोलना बंद कर देगी तो वह मुगालते मे है। जिम्मेदार नेता होने के कारण सोनिया गांधी स्वयं एक वरिष्ठ महिला सांसद रमा देवी से बहुत शालीनता से वो बातचीत कर रही थीं, लेकिन इनकी शालीनता के उत्तर में भाजपा सांसदों के द्वारा बहुत बुरा, एक घिनौना व्यवहार किया गया, जिसे सभी ने देखा कि दोनों, महिला और पुरुष सांसद एवं मंत्रिगण उनको चारों तरफ से घेरकर ऐसा वातावरण बनाया, उनको धक्का लग सकता था, उनको चोट पहुंच सकती थी। महिला सांसदों ने उनके साथ आपत्तिजनक बातें की और व्यवहार किया, पुरुष सांसदों ने भी एक प्रकार से आपत्तिजनक बातें और व्यवहार उनके साथ किया। यही दिखाता है कि जो पार्टी महिला के नाम पर, सभ्यता के नाम पर नारे लगाती है, आज उन्होंने अपनी करतूतों से दिखा दिया कि वो किस प्रकार से एक भारतीय महिला का निरादर उन्होंने किया। उनके सम्मान पर, उनको चोट पहुंचाने की कोशिश की, नीचा दिखाने की कोशिश की। फिर भी हमारी नेता निडर रहीं, शालीन रहीं और एक उनके ऊपर कोई भी अगर भाजपा को लगता है कि इस तरीके से छोटे व्यवहार से सोनिया गांधी पर अगर कोई प्रभाव पड़ने वाला है, तो वो उनकी भूल होगी।