छत्तीसगढ़ मॉडल सबका है, देश की संपदा को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल : भूपेश बघेल

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प्रोफेशनल कांग्रेस के पांचवें राष्ट्रीय सम्मेलन में शमिल हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  

छत्तीसगढ़ की सरकार ने न्यूनतम आय और न्यूनतम आवश्यकता पर दिया जोर

रायपुर| मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित प्रोफेशनल कांग्रेस के पांचवें राष्ट्रीय सम्मेलन में शमिल हुए। इस मौके पर एआईपीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद डॉ.शशि थरूर, आरबीआई के पूर्व गवर्नर श्री रघुराम राजन, प्रदेश प्रभारी श्री पी.एल पुनिया, श्री राजीव अरोरा, श्री सलमान जोशी, प्रभारी सचिव श्री चंदन यादव, एआईसीसी की मीडिया प्रभारी ज़रिता लैतफलांग, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री मोहन मरकाम, विधायक श्री विकास उपाध्याय, प्रदेश अध्यक्ष एआईपीसी श्री क्षतिज चंद्राकार उपस्थित रहे। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक डोमनच नृत्य के साथ सम्मेलन में शामिल होने छत्तीसगढ़ आए अतिथियों का अभिनंदन किया गया।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश ने कहा कि हमारे नेता राहुल जी ने 2018 में प्रोफ़ेशनल कांग्रेस का निर्माण किया ताकि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को उनकी बातों के लिए मंच मिल सके। प्रोफेशनल कांग्रेस के सम्मेलन में पूरे देश से लोग आए हैं। आज देश में अर्थव्यवस्था की चर्चा है। छत्तीसगढ़ की अर्थनीति और छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा पूरे देश में है। जबकि हमारा देश गुजरात मॉडल को भोग रहा है। देश देख रहा है कि गुजरात मॉडल का क्या हश्र हुआ है, आज 9 साल बाद कोई गुजरात मॉडल की चर्चा नहीं करता, जब देश में महंगाई, गरीबी, भुखमरी बढ़ रही है।

 

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उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मॉडल, हम सबका मॉडल है जो हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार से जोड़ रहा है। जबकि देश की संपदा को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल है। हमारी सरकार ने न्यूनतम आय और न्यूनतम आवश्यकता पर जोर दिया। हमने न्यूनतम आवश्यकता में भोजन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यम क्षमता को बढ़ावा देने का काम किया। योजनाएं बनाईं, उन्हें लागू किया। साढ़े 3 सालों में हमने 12 हजार नालों को चार्ज किया है। पानी है तो जंगल हरे हैं, जंगल में उत्पादकता बढ़ेगा, वनोपज होगी। जलस्तर जहां जहां नीचे गया है, वहां कृषि, उद्योग, व्यापार नीचे गया है। जल प्राथमिक और पहला घटक है इसलिए हमारा नारा है “छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी”। हमने साढ़े 3 सालों में 75 लाख क्विंटल गोबर खरीदकर उससे 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट बनाया। हम गांवों को उत्पादक और उपभोक्ता दोनों बना रहे हैं। हमने सी-मार्ट शुरू किया है, जहां स्थानीय स्तर पर 600 से ज्यादा प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं उन्हें बेचा जा रहा है। नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में जाने का हमारा प्रयास जारी है। यहां लोगों के चेहरे में खुशी है, आत्मविश्वास है, गर्व है, यह अद्भुत है।

 

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सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए एआईसीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शशि थरुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ आकर बहुत अच्छा लग रहा है, मैं यहां की मेहमान नवाजी से अभिभूत हूं। जब हमें लोग पूछते हैं कि आपकी सरकार आयेगी तो किस तरह का काम करेंगे, मैं उन्हे गर्व से छत्तीसगढ़ की मिसाल देता हूं। जिस तरह छत्तीसगढ़ में विकास और बदलाव हो रहे हैं, हम पूरे देश में यह करना चाहते हैं।  हमें संख्या से ज्यादा गुणवत्ता पर केंद्रित होकर काम करना है। आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के लिए हर राज्य में समर्पित सदस्य बनाने हैं। जो हमारी संस्कृति, परंपरा के प्रति समर्पित रहकर उस आगे ले जाने का काम करें। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों, मजदूरों और सभी वर्गों के लिए जिस तरह से कल्याणकारी योजनाएं बनाईं हैं, वह एक मिसाल है। हमें आमजन की जरूरतों को समझकर उनके लिए काम करना है, छत्तीसगढ़ में यही हुआ है। उन्होंने सम्मेलन में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं सांसद श्री राहुल गांधी द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश का वाचन किया। सम्मेलन में एआईपीसी के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि भी दी गई।

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