अनूठे फरमान से बस्तर में सनसनी : गणेश उत्सव मनाने पर जुर्माना की धमकी, सांसद बोले- सनातन से हमारा रिश्ता, होगी कड़ी कार्रवाई

Featured Latest आसपास छत्तीसगढ़ प्रदेश

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर में कुछ लोगों ने आदिवासियों को गणेश पर्व नहीं मनाने का फरमान जारी किया है। उन्होंने ग्रामीणों को धमकी दी है कि, अगर कोई गणेश बैठाता है तो उस पर 10 हजार 51 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस फरमान के बाद अब ग्रामीणों में भय व्याप्त है। इसकी जानकारी होने के बाद सांसद महेश कश्यप ने कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है।

सांसद महेश कश्यप ने कहा कि, हमारे पूर्वजों ने हमारी परंपरा को संरक्षित करने का काम किया है। पिछले कुछ वर्षों से कुछ अलग- अलग तरीके के लोग काम कर रहे हैं। चाहे वह सेवा शिक्षा के नाम से धर्म को बदलने की बात हो, चाहे आदिवासी हिंदू नहीं है, हम रावण के वंशज हैं। इस प्रकार से आदिवासी समाज को बदलने का काम किया जा रहा है। जबकि, हमारा आदिवासी समाज अपने नाम में आयतुराम, बुदलूराम और संतुराम के नाम से राम नाम लिखते हैं।

दूसरी बात हमारे यहां आदिवासी समाज के लोग बूढ़ादेव को मानते हैं। बूढ़ादेव शंकर जी का ही एक रूप है और भगवान गणेश उनके पुत्र गणेश जी हैं। कई सालों से गणेश जी को पूजा जा रहा है और पहाड़ों में भी उनकी प्रतिमा का उल्लेख मिलता है। इसका मतलब है कि, हमारे पूर्वज सदियों से सनातन परंपरा को मानते रहे हैं।

ऐसे लोगों के खिलाफ की जाएगी क़ानूनी कार्रवाई 

उन्होंने आगे कहा कि, वर्तमान में कुछ तथाकथित समाजसेवी लोगों के द्वारा, जिन्हें राजनैतिक संरक्षण भी प्राप्त है। उनके द्वारा हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हमारे युवा पीढ़ी गणेश जी की पूजा करने के लिए उत्सुक रहती है और इससे गांव में भी अच्छा वातावरण रहता है। लेकिन उसको भी कुछ लोगों द्वारा फरमान जारी कर उसे रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह का मामला मुझे भी सुनने को मिला है। ऐसे समाज को तोड़ने वालों के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।

लोगों को शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *