भोपाल : मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा सोमवार को सेवानिवृत्त हो जाएंगी। मध्य प्रदेश कैडर के 1989 बैच के अनुराग जैन और 1990 बैच के आईएएस अफसर राजेश राजौरा में से किसी एक को मुख्य सचिव बनाना लगभग तय हो गया है। इसके आदेश दोपहर बाद जारी हो सकता है। वीरा राणा को राज्य निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। दौड़ में वरिष्ठ आईएएस मोहम्मद सुलेमान भी शामिल हैं। उन्हें भी सीएस बनाकर चौंकाया जा सकता है।
मुख्य सचिव पद के प्रबल दावेदार और मोहम्मद सुलेमान से वरिष्ठ एमपी कैडर के आईएएस अनुराग जैन केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। अनुराग जैन को वापस होम कैडर भेजने के लिए पीएमओ के साथ केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की सहमति जरूरी है। इसमें एक सप्ताह से अधिक समय लगता है, ऐसे में अब उनकी संभावना अब ना के बराबर है। इसलिए अब डॉ. राजेश राजौरा ही मध्य प्रदेश के अगले मुख्य सचिव होंगे। हालांकि अभी अनुराग जैन व एसएन मिश्रा के नाम की चर्चा चल रही है। इसका फैसला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को करना है। सूत्रों के अनुसार दोपहर बाद नए मुख्य सचिव को लेकर आदेश जारी हो सकते हैं।
राजौरा रहे कई महत्वपूर्ण पदों पर
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1990 बैच के अधिकारी डॉ. राजेश राजौरा फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव हैं। डॉ. राजौरा गृह विभाग में अपर मुख्य सचिव समेत कई विभागों में रह चुके हैं। वह धार, बालाघाट, उज्जैन और इंदौर जिले में कलेक्टर भी रह चुके हैं। राजौरा का कार्यकाल 2027 तक है। उनको डॉ. मोहन यादव के करीबी है।
संजय शुक्ला होंगे पावर फुल
राजौरा के मुख्य सचिव बनने पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख हो सकते है। मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को मुख्यमंत्री सचिवालय का अपर मुख्य सचिव भी बनाया जा सकता है, क्योंकि अभी इसी पद पर राजौरा हैं, जिनके मुख्य सचिव बनते ही यह पद रिक्त हो जाएगा। वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा का पुनर्वास होना तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि वीरा राणा को मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग का आयुक्त बनाया जा सकता है।