रायपुर : छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से इस बार धान की खरीदी होनी है, लेकिन धान खरीदी से पहले ही प्रदेश में इसे लेकर सियासत गरमा गई है. धान खरीदी को लेकर कांग्रेस सरकार को घेर रही है तो वहीं भाजपा दावा कर रही है कि इस बार की धान खरीदी रिकॉर्ड तोड़ देगी. प्रदेश के पूर्व मंत्री ने धान खरीदी को लेकर सवाल उठाए हैं, जिस पर सरकार के मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने करारा पलटवार किया है.
धान खरीदी पर गरमाई सियासत
‘धान का कटोरा’ कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में हमेशा से धान का मुद्दा सियासी तापमान बढ़ा देता है. ऐसे में 14 नवंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी के पहले ही धान को लेकर सियासत गरमा गई है. प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने धान खरीदी को लेकर सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा-‘ हमारी सरकार में धान खरीदी का टारगेट हमने बढ़ाया था तो सुविधाएं भी बढ़ाई थी. किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं दी थीं. भाजपा सरकार ने न ही धान खरीदी केंद्र की संख्या को बढ़ाया है और न ही सुविधा बढ़ाई है. इससे कालाबाजारी और बिचौलियों को फायदा होगा.’
मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया पलटवार
पूर्व मंत्री के बयान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने करारा पलटवार किया है. मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- ‘110 लाख मैट्रिक ट्रेन से ज्यादा कांग्रेस की सरकार नहीं खरीद पाई थी. पिछले साल हमारी सरकार ने 145 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा खरीदी की. अमरजीत भगत के समय किसानों का शोषण हो रहा था वह क्या बात करेंगे. कांग्रेस को किसानों के बारे में बात करने का अधिकार नहीं है. हम 14 तारीख से धान खरीदी करेंगे और तैयारी पूरी हो चुकी है. जरूरत पड़ेगी तो जो भी सुविधा होगी बढ़ाई जाएगी.’
धान खरीदी से पहले कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है. विपक्ष धान खरीदी की तारीख और प्रक्रिया में लापरवाही का आरोप लगा रहा है, तो वहीं सरकार कांग्रेस को अपने कार्यकाल के दौरान हुई गड़बड़िया और कालाबाजारी की याद दिला रही है.