जगदलपुर : जिले में गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान देते हुए महतारी एक्सप्रेस से लेकर अन्य योजनाओं को चलाया जा रहा है। इन्हीं योजनाओं में एक योजना डायल 112 है, जिसमें किसी भी आपातकाल स्थिति में इस वाहन को बुलाया जा सकता है। ऐसा ही एक मामला बड़ाजी थाना क्षेत्र के ग्राम सिरिसगुडा काडकीपारा का है, जहाँ एक गर्भवती महिला को कोई भी वाहन नही मिल पाने के कारण परिजनों को 112 का सहारा मिला। जहाँ महिला ने वाहन के अंदर ही एक बालिका को जन्म दिया, इस गर्भवती महिला को लेने के लिए वाहन चालक को 29 किमी का सफर तय करने के साथ ही बिना नेटवर्क वाले स्थान तक जाना पड़ा था, लेकिन वाहन चालक ने हिम्मत दिखाते हुए महिला व उसके बच्चे को सही सलामत अस्पताल तक भिजवाया।
बताया जा रहा है कि ग्राम सिरिसगुडा काडकीपारा में रहने वाले राजूराम कश्यप निवासी शिरीसगुड़ा ने फोन के माध्यम से डायल 112 को बताया कि एक महिला को काफी तेज प्रसव पीड़ा हो रहा है, पीड़िता की स्थिति भी नाजुक बनी हुई है, जानकारी मिलने के बाद वाहन बड़ाजी के अंतर्गत ग्राम शिरीसगुड़ा कांडकी पारा से लगभग 29 किलोमीटर का सफर तय कर बताए गए जगह पर पहुंचे, जिस जगह पर पीड़िता थी उस गाँव मे नेटवर्क भी नहीं था, किसी तरह डायल 112 गाँव पहुँची, जहां पहुंच कर पीड़िता बालमती मंडावी पति चंद्रशेखर मंडावी 22 वर्ष की स्थिति नाजुक बनी हुई थी।
इसके अलावा चलने फिरने में असमर्थ लग रही थी, जिन्हें तुरंत पीड़िता को उनके परिजनों के साथ डायल 112 गाड़ी में बैठाया गया और प्रसव कराने के लिए सीएचसी लोहंडीगुड़ा लेकर जा रहे थे कि कुछ ही दूर रास्ते में पीड़िता का डायल 112 गाड़ी में ही डिलीवरी हो गया, जिसे पीड़िता के परिजनों की सहायता से डिलवरी करवाया गया, डिलवरी के दौरान गाड़ी के अंदर ही कन्या हुई, पीड़िता बालमती मंडावी की स्थिति ठीक नही होने के साथ ही चक्कर आ रहा था, परिजनों ने पीड़िता को सीएचसी लोहंडीगुड़ा ले जाकर एडमिट कराया गया और उपचार के लिए परिजनों को सौपा गया।