आस्था विद्या मंदिर जावंगा में 72वा राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर राजभाषा का समझाया गया महत्व 

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हिंदी कवि एवं लेखकों को स्मरण करते हुए कवितापाठ एवं स्लोगन आयोजित हुआ

गीदम/दंतेवाड़ा : हिंदी भारत देश का राजभाषा एवं हमारा गौरव है। 72वा राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद सीबीएसई के दिशा निर्देशों के अनुसार दंतेवाड़ा जिले के एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया। वर्ष 2024 के लिए “हिंदी पारंपरिक ज्ञान से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक” विषय रखा गया।

हिंदी साहित्यकार व्यौहार राजेन्द्र सिंह जिन्होंने हिन्दी को भारत की राजभाषा बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उनके जन्मदिवस पर समर्थन और स्नेह का इजहार करते हुए भारत के राजभाषा हिन्दी को सम्मान के साथ हिंदी कवियों एवं साहित्यकारों को स्मरण किया गया। हाई एवं हायर सेकेण्डरी विद्यार्थियों के लिए आस्था 1 परिसर में हिंदी कविता पठन एवं स्लोगन आयोजित किया गया। हिन्दी भाषा के विकास और विस्तार हेतु कई सुझाव भी दिया गया। बच्चों ने सरस्वती वंदना गाना गाया एवं सपथ पाठ भी किया। सभी शिक्षकों को तिलक लगाकर स्वागत किया। इस अवसर पर उपप्राचार्य प्रमोद गुप्ता, हिंदी विभाग के व्याख्याता बिकास बाईन, अशिमानंद बैपारी, जय प्रकाश यदु, अमुजुरी विश्वनाथ तथा अन्य शिक्षकगण हिंदी भाषा का अस्तित्व तथा महत्व समझाया।

इसी भांति प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यार्थियों के लिए आस्था 2 परिसर में हिंदी भाषण, कविता के माध्यम से राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय के उपप्राचार्य रवींद्रनाथ पाणिग्रही, हिंदी विभाग के शिक्षकगण स्वेता जैन, आशा मंडावी, टिंकी, रागिनी गुप्ता, मुकेश कश्यप ने विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम व पाठ्यक्रमेतर हिंदी भाषा के उद्देश्य, आवश्यकताए के बारे में बताया। छात्र-छात्राओं को हिन्दी के प्रति रुचि, सम्मान और दैनिक जीवन में हिन्दी के उपयोग करने आदि की प्रेरणा दीया गया।

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