ईडी दफ्तर घेरने निकले कांग्रेसी : पुलिस के साथ जमकर हुई झूमाझटकी, पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ बैरिकेड पर चढ़े

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुरुवार को कांग्रेस ने ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। बाकायदा मंच पर भाषणबाजी के बाद कांग्रेसी पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ के नेतृत्व में ईडी दफ्तर का घेराव करने के लिए निकले। इस दौरान पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत भी मौजूद रहे। पुलिस ने बैरिकेड लगा रखा था। बेरिकेट के पास पहुंचते ही पुलिस ने कांग्रेसियों को रोका ता पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज भी बैरिकेड तोड़ने में कार्यकर्ताओं की मदद करते दिखे। कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम श्री बघेल को कंधे पर उठाकर बेरिकेट पार कराने का प्रयास किया।

उल्लेखनीय है कि, गुरुवार सुबह से ही कांग्रेसी ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन हाल ही में हिंडनबर्ग में सेबी प्रमुख माधवी बुच की एक्टीविटी पर जारी रिपोर्ट को लेकर किया जा रहा है। प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने किया। वहीं देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस विधायक अपने-अपने जिलों में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। 23 अगस्त को राजभवन मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद 24 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया जाएगा।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार पर साधा निशाना

उल्लेखनीय है कि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधवी बुच पर यह आरोप लगा है कि, उन्होंने व्यक्तिगत हित के लिए हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रकाशित होने के 18 महीने बाद भी एक समूह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसी के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।

माधवी बुच ने कहा कि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। ये आरोप चरित्र हनन का प्रयास भर है। SEBI चेयरपर्सन ने सभी फाइनेंशियल रिकॉर्ड डिक्लेयर करने की इच्छा जताई। उन्होंने अपने पति धवल बुच के साथ एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि, “हमारा जीवन और फाइनेंस एक खुली किताब है।“

दरअसल, व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर हिंडनबर्ग ने दावा किया था कि, बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। गौरतलब है कि, हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाकर चर्चा में आई थी।

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