रायपुर : साल 2025 अब गुजरने वाला है. यह साल छत्तीसगढ़ के लिए कई बड़ी खुशियों के साथ-साथ ऐसी घटनाओं को भी अपने साथ लाया, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया. इस साल की शुरुआत में ही बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई. वहीं, इस साल खूंखार नक्सली हिडमा समेत कई नक्सलियों का खात्मा भी हुआ. बड़ी संख्या में नक्सलियों ने हथियार डालकर आत्मसमर्पण भी किया. वहीं, प्रदेश के चर्चित शराब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी भी हुई. इसके अलावा प्रदेश को नया विधानसभा भवन मिला और राज्य में पहली बार 14 मंत्री भी बनाए गए.
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या
नक्सलियों के ‘गढ़’ बीजापुर जिले के जाबांज पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने सबको झकझोर कर रख दिया था. पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 की शाम से लापता थे. 3 जनवरी 2025 को बीजापुर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी में सेप्टिक टैंक के अंदर से पत्रकार मुकेश का शव मिला था. चार आरोपियों ने मुकेश को डिनर के बहाने बुलाकर लोहे की रॉड से उनके सिर, छाती, पेट और पीठ पर हमला कर दिया. इस हमले में जब पत्रकार मुकेश की मौत हो गई तो शव को सेप्टिक टैंक में दफना दिया. पत्रकार मुकेश चंद्राकर का ‘बस्तर जंक्शन’ नाम से उनका एक यूट्यूब चैनल था. उन्होंने कई बार अपनी जान की परवाह किए बिना नक्सलियों के चंगुल से जवानों को भी छुड़ाया.
शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के 3200 करोड़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी 15 जनवरी 2025 को हुई थी. इस शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा वर्तमान में रायपुर सेंट्रल में जेल में बंद हैं. आरोप हैं कि इस घोटाले में कवासी लखमा को 64 करोड़ रुपए मिले.
पहलगाम में रायपुर के कारोबारी को आतंकियों ने मारी गोली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में रायपुर के कारोबारी को भी गोली मार दी गई. बैसारन वैली में आतंकियों ने रायपुर में रहने वाले कारोबारी दिनेश मिरानिया का धर्म और नाम पूछकर गोली मार दी थी. समता कॉलोनी में रहने वाले दिनेश मिरानिया अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ शादी की सालगिरह मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर गए थे. इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जबकि कई पर्यटक घायल हुए थे.
छत्तीसगढ़ में पहली बार 14 मंत्री
हरियाणा की तर्ज पर पहली बार छत्तीसगढ़ में 14 मंत्री बनाए गए. 20 अगस्त 2025 को छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार हुआ और तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. दुर्ग से विधायक गजेंद्र यादव, आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब और अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इससे पहले प्रदेश में 13 मंत्री ही होते आए हैं.
बस्तर में बाढ़ ने मचाई तबाही
इस साल बस्तर संभाग में बाढ़ ने तबाही मचा दी. दंतेवाड़ा जिले में आई बाढ़ की वजह से 12 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 91 गांव प्रभावित हुए. लोगों को बचाने के लिए प्रशासन की ओर से 26 राहत शिविर खोले गए.
210 नक्सलियों ने किया सरेंडर
इस साल छत्तीसगढ़ में लाल आतंक के खिलाफ जवानों को कई बड़ी सफलताएं मिलीं. इनमें से एक प्रमुख सफलता जगदलपुर में एक साथ सक्रिय 210 नक्सलियों का आत्मसमर्पण है. अपने साथियों के साथ 17 अक्टूबर को नक्सली लीडर-प्रवक्ता रूपेश भी मुख्यधारा में लौटा.
नया विधानसभा भवन
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के मौके पर 1 जनवरी 2025 को प्रदेश को नया विधानसभा भवन मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में बने नए विधानसभा भवन का उद्घाटन किया. 51 एकड़ में बने इस नए भवन में एक साथ 200 विधायकों के बैठने की व्यवस्था है.
नक्सली लीडर हिडमा का खात्मा
18 नवंबर 2025 को नक्सली लीडर हिडमा मारा गया. छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर मारेडमिल्ली जंगल में जवानों ने मुठभेड़ में हिडमा को ढेर कर दिया. इस मुठभेड़ में हिडमा के साथ उसकी पत्नी समेत कुल 4 नक्सली ढेर हुए थे.
रायपुर में डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन
छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन हुआ. 28 से 30 नवंबर को रायपुर में 60वां अखिल भारतीय डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन हुआ. इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत अलग-अलग सुरक्षा ऐजंसियों के अधिकारी शामिल होने के लिए पहुंचे.
कांकरे में धर्मांतरण को लेकर बवाल
इस साल के अंत में कांकेर जिले में धर्मांतरण को लेकर बड़ा बवाल हो गया. 16 दिसंबर 2025 को आमाबेड़ा क्षेत्र के बड़े तेवड़ा गांव में एक धर्मांतरित व्यक्ति का शव दफनाने को लेकर ग्रामीणों और धर्मांतरित समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए.
