नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर कड़ा प्रहार किया जा रहा है. सरकार की योजनाओं और सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव से नक्सली हथियार छोड़ मुख्यधारा में शामिल हो रहे है. इसी बीच सुकमा और नारायणपुर में 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिसमें दो बड़े कैडर के डीवीसीएम रैंक के नक्सली भी शामिल है.
हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़े 16 नक्सली
नारायणपुर जिले के अबुझमाड़ क्षेत्र में सक्रिय 11 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. समर्पण करने वालों में दो बड़े कैडर के डीवीसीएम रैंक के हैं. जिन पर कई हमलों में शामिल होने का आरोप था. पुलिस के मुताबिक, ये सभी माओवादी प्रशासन की पुनर्वास नीति और बढ़ते दबाव के कारण मुख्यधारा में लौटने के लिए तैयार हुए.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने हिंसा छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा जताई. पुलिस ने इसे नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी उपलब्धि बताया है, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में मदद मिलेगी. वहीं सुकमा जिले से नक्सल संगठन में सक्रिय 01 महिला सहित 05 नक्सलियों ने सरेंडर किया. इन नक्सलियों में 02 पुरूष शामिल है. जिनपर शासन द्वारा पद अनुरूप 02-02 लाख कुल 04 लाख रूपये ईनाम घोषित था. नक्सलियों को सरेंडर कराने के लिए 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों की मुख्या भूमिका रही है.