रायपुर : छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जंग हर दिन तेज होती जा रही है. सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ एक्शन ले रहे हैं. सुरक्षाबलों की कार्रवाई के डर से नक्सली घुटने टेकने को मजबूर हो रहे हैं. नक्सलियों ने गुरुवार को मेगा सरेंडर किया है, कुल मिलाकर 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दी है.
नक्सलियों के मेगा सरेंडर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके लिखा नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में आज एक ऐतिहासिक दिन है. आज छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. कल 27 नक्सलियों ने हथियार डाले थे. महाराष्ट्र में कल 61 नक्सली मुख्यधारा में लौट आए. पिछले दो दिनों में 258 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है.
अमित शाह ने आगे कहा, ‘मैं भारत के संविधान में विश्वास रखते हुए हिंसा का त्याग करने के उनके निर्णय की सराहना करता हूं. यह इस बात का प्रमाण है कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के इस समस्या को समाप्त करने के अथक प्रयासों के कारण नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें ले रहा है.”
हमारी नीति स्पष्ट है- गृह मंत्री
अमित शाह ने कहा, “हमारी नीति स्पष्ट है: जो लोग आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, उनका स्वागत है और जो लोग बंदूक चलाना जारी रखेंगे, उन्हें हमारी सेना के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा. मैं उन लोगों से फिर अपील करता हूं जो अभी भी नक्सलवाद की राह पर हैं कि वे अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं. हम 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
‘अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर नक्सलमुक्त’
अमित शाह ने कहा, “यह बेहद खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर, जो कभी आतंकवादियों के गढ़ हुआ थे थे, आज नक्सली आतंक से मुक्त घोषित कर दिए गए हैं. अब दक्षिणी बस्तर में नक्सलवाद का नामोनिशान बचा है, जिसे हमारे सुरक्षा बल जल्द ही मिटा देंगे.”
शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद जनवरी 2024 से अब तक 2100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 1785 गिरफ्तार किए गए हैं और 477 का सफाया किया गया है. ये आंकड़े 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाते हैं.
सोनू दादा ने किया सरेंडर
16 अक्टूबर को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सली नेता मल्लौजुला वेणुगोपाल राव (उर्फ भूपति/सोनू दादा) ने 60 नक्सलियों के साथ सरेंडर किया था. आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए गढ़चिरौली शहीद पांडु आलम हॉल, पुलिस मुख्यालय में आत्मसमर्पण समारोह रखा गया. जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने सरेंडर नक्सलियों भूपति, प्रभाकर समेत अन्य नक्सलियों ने हथियार डाले. जिसके बाद CM ने उन्हें संविधान की कॉपी सौंपी.