प्रेमिका के लिए पत्नी को जिंदा जलाया, मायके छोड़ने के बहाने हाईवे पर उतारकर लगा दी आग

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रायपुर| प्रदेश से से लगे मध्य प्रदेश के अनूपपुर में एक युवक ने अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया। महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। महिला की शादी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के युवक से 4 माह पहले ही हुई थी। आरोप है कि युवक का किसी और महिला से अफेयर है। अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए युवक उसे मायके छोड़ने के बहाने ले गया और हाईवे के किनारे ले जाकर आग लगा दी।

जानकारी के मुताबिक, अनूपपुर के कोतमा निवासी ज्योति (24) की शादी मरवाही में रहने वाले दीपक लहरे से 4 मई को हुई थी। दीपक शुक्रवार को ज्योति को मायके छोड़ने की बात कहकर कार से कोतमा के लिए निकला था। रास्ते में हाईवे किनारे दीपक ने कार रोक दी। आरोप है कि इसके बाद सुनसान जगह देखकर ज्योति को कार से नीचे उतारा और ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। महिला की चीख-पुकार सुन आसपास के लोगों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। ज्योति ने बताया कि उसके पति दीपक लहरे का पहले से ही अन्य महिला रानी के साथ 10 साल से अफेयर है। महिला से एक बच्ची भी है। शादी के बाद दीपक सिर्फ दो दिन साथ रहा। उसके बाद से वह मुझे देखता तक नहीं था। ज्योति ने बताया कि इसका पता उसे तब चला जब दीपक के मोबाइल पर उसकी प्रेमिका का कॉल आया। कॉल ज्योति ने रिसीव किया, तो दूसरी ओर से प्रेमिका बोली कि दीपक सिर्फ उसका है, और वह दीपक की है।

ज्योति का कहना है कि अभी वह कॉल पर बात कर ही रही थी कि दीपक वहां पहुंच गया। आते ही उसने दो थप्पड़ मारे और पूछा कि किससे बात कर रही हो। जब ज्योति ने अफेयर की बात पूछी तो दीपक ने कहा कि, हां उसका अफेयर है। दीपक ने यह भी कहा कि तेरा और मेरा कोई संबंध नहीं है। मुझसे संबंध रखना है, तो अपने घर से कार लेकर आओ। मेरे घर में काम करने वाली कोई नहीं है, इसलिए मैंने तुझसे शादी की थी। कुछ दिन बाद मायके भेज दिया। ज्योति ने बताया कि वह अपने माता-पिता के समझाने पर ससुराल वापस आ गई। उसी रात सास ने लात से मारी और कहा कि उनके घर में मेरी कोई जरूरत नहीं है। ससुराल के अन्य लोगों ने भी मारपीट की। पति ने भी आए दिन मारपीट करता था। रात में दीपक अपनी प्रेमिका के पास ही रहता है। ज्योति का आरोप है कि जेठ कहता था कि मेरा भाई एक नहीं हजारों लड़कियों को घुमाए, तुम्हें बोलने की जरूरत नहीं है। इन्हीं लड़ाई-झगड़े से तंग आकर शुक्रवार दोपहर 3 बजे मायके जाने के लिए बस में बैठी थी। तभी दीपक आया और बोला अपनी कार से छोड़ देगा। शाम को वह रास्ते में उतारकर आग लगाकर भाग गया।

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