०० ओडिशा की होमियोपैथी छात्रा को सिखाता था रेकी,एसीबी में पोस्टिंग, होने का झांसा देकर पिता की नौकरी लगाने वसूले 9 लाख
रायपुर| बिलासपुर में रेकी डॉक्टर ने अपने आप को एंटी करप्शन ब्यूरो का अफसर बताकर ओडिशा के मेडिकल (होमियापैथी) स्टूडेंट से 9 लाख रुपए की ठगी कर ली। उसने छात्रा और उसके पिता को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और पैसे लेकर गायब हो गया। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। आरोपी रेकी चिकित्सक के खिलाफ पहले से भी केस दर्ज है और वह फरार है।
जानकारी के अनुसार ओडिशा के मयूरगंज निवासी पल्लवी पांडा पिता हेमंत कुमार (28) बिलासपुर के निजी कॉलेज में (होम्योपैथी) की पढ़ाई कर रही है। छात्रा ने यहां 2016 में एडमिशन लिया था। उसने सिविल लाइन थाने में शिकायत करते हुए बताया कि,वह साल 2016 में एक निजी कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।छात्रा इस दौरान वह नेहरू नगर स्थित श्रीशंकर रेकी सेंटर में आना-जाना करती थी, जहां पर रेकी सेंटर के संचालक थालेश्वर प्रसाद शर्मा लोगों का उपचार करते थे और उसे रेकी विद्या सिखाते थे। इस दौरान उन्होंने खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो का अधिकारी बताया और किसी की भी सरकारी नौकरी लगवा देने की बात कही।
छात्रा रेकी डॉक्टर की बातों में आकर फंस गई। इस दौरान उसे मेडिकल ऑफिसर और उसके पिता को चीफ मेडिकल ऑफिसर के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख की मांग की। तब उसने और उसके पिता ने किस्तों में उसे 9 लाख से अधिक रुपए दे दिए। पैसे लेने के बाद भी उनकी नौकरी नहीं लगी और कॉल करने पर उसने फोन उठाना भी बंद कर दिया। इस बीच छात्रा को पता चला कि थालेश्वर प्रसाद शर्मा ने कई लोगों के साथ इस तरह से फ्रॉड किया है। तब वह शिकायत करने थाना पहुंची है। उसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।