०० आरंग में हुई थी लुट की प्लानिंग:दिल्ली और झारखंड से बुलाए गए थे सुपारी किलर
रायपुर| दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई सराफा व्यापारी सुरेन्द्र कुमार सोनी (52 वर्ष) की हत्या की गुत्थी पुलिस ने लगभग सुलझा ली है। पुलिस की माने तो वारदात को अंजाम लूट नहीं हत्या के इरादे से दिया गया। इसके लिए दिल्ली और झारखंड से दो सुपारी किलर बुलाए गए थे। पूरी वारदात में कुल 6 लोगों के शामिल होने की बात आ रही है।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि 2 संदेही को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका नाम गौरव कुमार है। वह झारखंड का रहने वाला है उसके साथ दिल्ली का रहने वाला एक और सुपारी किलर शामिल है। दोनों 18 अक्टूबर को प्रयागराज में मिले इसके बाद वहां कार से सड़क मार्ग से होते हुए रीवा और फिर रायपुर पहुंचे। आरंग में पहले दो आरोपी पहुंचे हुए थे, जो कि सुपारी देने वाले आरोपी के साथ मिलकर पिछले चार दिन से वारदात की प्लानिंग कर रहे थे। दिल्ली और झारखंड से मुख्य शूटर आने के बाद दो दिनों तक और आरंग में ही रहकर पूरी प्लानिंग की गई। 6 दिनों की कंप्लीट प्लानिंग करने के बाद सही मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दिया गया। दुर्ग पुलिस की माने तो ये पूरी तरह से सुपारी किलिंग का मामला है। इसमें घर का कोई न कोई सदस्य शामिल है। जिसे सुरेंद्र कुमार सोनी की हर एक गतिविधि की बारीकी से जानकारी थी। आरोपी आए तो थे लूट के इरादे से लेकिन उनका मेन मकसद सुरेंद्र सोनी की हत्या करना था। एक ही गोली में सुरेंद्र सोनी के ढेर होने के बाद भी आरोपियों ने एकदम नजदीक से एक के बाद एक 5 गोलियां उनके सीने में
जिस संदेही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उसका नाम गौरव कुमार है। वह मूलतः झारखंड का रहने वाला है। उसकी फेसबुक प्रोफाइल चेक करने पर वह खुद को बीजेपी नेता बताता है। इतना ही नहीं कई बीजेपी गतिविधयों और कार्यक्रम में शामिल होने और लाइक कमेंट की जानकारी उसके एफबी एकाउंट से मिली है। सूत्रों के मुताबिक जिन दो आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया वह झारखंड नंबर की बाइक से आए थे। उनकी बाइक आरंग से जब्त कर ली गई है। दोनों आरोपियों ने आगे जाकर दो अन्य सहयोगियों को लूट का माल दिया और वह लोग कार से निकले उन्हें भी टोल प्लाजा से निकलते हुए ट्रेस कर लिया गया था। पुलिस की हिरासत में अब तक 4 आरोपी आ चुके हैं। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।