रायपुर| जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम गौद में सोमवार को विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बार-बार अबॉर्शन होने से महिला बेहद तनाव में थी। डॉक्टर से उसका इलाज कराया जा रहा था, लेकिन आखिरकार उसने अपनी जान ले ली। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने बताया कि महिला सुष्मिता साहू (28 वर्ष) की शादी कमलेश साहू के साथ जुलाई 2020 में हुई थी। कमलेश सिविल इंजीनियर है। दोनों की शादी को 2 साल हो चुके थे। इस बीच वो 3 बार गर्भवती हुई। इनमें से 2 बच्चे तो गर्भ में ही खत्म हो गए थे। इनके अलावा सुष्मिता ने जनवरी 2021 में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। इनमें से एक बच्चे की मौत एनकेएच अस्पताल चांपा में हो गई। वहीं दूसरे बच्चे को इलाज के लिए बिलासपुर के शिशु अस्पताल में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों से पता चला कि बच्चे की यूरिन पाइप नहीं बन पाई है। उसे तुरंत बिलासपुर से रायपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद माता-पिता बच्चे को लेकर वापस अपने घर जांजगीर-चांपा के गौद ग्राम आ गए। यहां अगले ही दिन बच्चे ने मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद सुष्मिता बेहद तनाव में आ गई। उसने फिर से अपना इलाज करवाया। इसके बाद 2022 में वो फिर से गर्भवती हुई, लेकिन 3 महीने का बच्चा एक बार फिर से गर्भ में ही खत्म हो गया। इसके बाद डॉक्टरों ने एक साल तक बच्चे की प्लानिंग नहीं करने की सलाह पति-पत्नी को दी।
इधर सुष्मिता अपने 4 बच्चों को खोकर बेहद अवसाद में रहने लगी। किसी के भी समझाने-बुझाने का उस पर कोई असर नहीं हुआ। सोमवार को महिला ने अपने कमरे में ही गमछे से फांसी का फंदा बनाया और उस पर लटककर अपनी जान दे दी। कल शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका था। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने कहा कि परिजनों के बयान मामले में दर्ज किए जाएंगे।