०० आरोपी जवान को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात
रायपुर| कांकेर जिले के पीजी कॉलेज में सीएऍफ़ जवान ने अपनी इंसास राइफल से प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत की गोली मारकर हत्या कर दी है। आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार अभी भी हथियार लेकर कमरे के अंदर मौजूद है। उसने दूसरे जवान बृजेश भारद्वाज पर भी 4 राउंड गोली चलाई, लेकिन वो इसमें बाल-बाल बच गया। इस घटना को लेकर साथी जवान ने बताया कि पुरुषोत्तम कुमार पिछले कुछ दिनों से किसी बात को लेकर तनाव में था, लेकिन उसकी वजह का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार मूल रूप से मध्यप्रदेश के भिंड का रहने वाला है।
आरोपी पुरुषोत्तम कुमार जिला जेल में पदस्थ सीएऍफ़ की 11वीं बटालियन सी कम्पनी का जवान है। लेकिन भानुप्रतापपुर उपचुनाव के समय उसकी ड्यूटी पीजी कॉलेज में लगाई गई थी। यहां वो स्ट्रॉन्ग रूम में जहां ईवीएम् रखे हुए हैं, वहां तैनात था। अन्य जवानों ने बताया कि वो पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था, इसलिए छुट्टी की मांग कर रहा था। शनिवार रात में उसकी ड्यूटी लगी थी, लेकिन जब उसने तबीयत खराब होने की बात कही, तो उसे मेजर ने छुट्टी दे दी और उसकी जगह जवान बृजेश भारद्वाज की ड्यूटी लगाई गई। लेकिन आज सुबह किसी बात को लेकर कुछ विवाद हुआ और पुरुषोत्तम ने प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत और साथी जवान बृजेश भारद्वाज पर गोली चला दी। इसमें प्रधान आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बृजेश की जान बाल-बाल बच गई।
फिलहाल प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए भेजेगी। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जवान करीब 1 घंटे तक अपनी इंसास राइफल को लेकर बैठा रहा, उसकी काउंसलिंग करके उसे हिरासत में लिया गया। एसपी शलभ सिन्हा ने ये भी बताया कि आरोपी जवान पुरुषोत्तम सिंह की रात में 12 से 2 बजे तक संत्री ड्यूटी थी, लेकिन उसने तबियत खराब होने की बात कही, तो मेजर सुरेन्द्र भगत ने उसकी ड्यूटी कैंसल कर दी थी। रविवार सुबह 8 बजे मेजर सुरेन्द्र भगत नहाकर कमरे में गए, इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आरोपी जवान ने अपने ही मेजर पर गोली चला दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद सीएऍफ़ और बीएसऍफ़ के अन्य जवान भी पहुंचे, लेकिन आरोपी जवान के हाथ में राइफल होने के कारण कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी जवान को हिरासत में लिया गया है। कोतवाली थाना ले जाकर उससे पूछताछ की जा रही है।