सनातन शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक माह की आखिरी तिथि पूर्णिमा तिथि होती है। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि 3 जून को मनाई जाएगी। 4 जून को स्नान-दान और ध्यान किया जाएगा। इस दिन स्नान दान का बहुत महत्व होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पूर्णिमा के दिन पूजा, जप, तप और दान करने से लाभ होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा के दुनिया के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा उपासना का दिन है। इस दिन कुछ उपायों को करने से जीवन की मुश्किलें दूर हो जाती हैं। ऐसा ही एक उपाय है जिसके अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन 3 चीजें खरीद कर जरूर घर लाना चाहिए।
कछुआ
भगवान श्री हरि विष्णु का संबंध कछुआ से है। लक्ष्मी और नारायण की एक साथ कृपा प्राप्ति के लिए पूर्णिमा के दिन घर की उत्तर दिशा में कछुआ स्थापित करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। आर्थिक तंगी भी दूर होती है। कछुआ भगवान विष्णु का अवतार माना गया है। चिरकाल में समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने कछुआ अवतार लिया था।
मछली
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन घर पर मछली लेकर आना चाहिए। इसके साथ ही इस दिन घर पर लक्ष्मी की मूर्ति भी स्थापित कर सकते हैं। भगवान विष्णु को पहले दस अवतारों में से पहला अवतार मत्स्य है। इसे भी घर की उत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए। इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक परेशानियों दूर होने लगेंगी।
हाथी की प्रतिमा
सनातन धर्म में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए हाथी का पूजन भी किया जाता है। हाथी को धन का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि हाथी की पूजा करने से मां लक्ष्मी और गणेश जी प्रसन्न होते हैं। हाथी की कृपा से घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो घर में हाथी की प्रतिमा ले आएं। इससे धन आगमन होता है।