जांजगीर-चांपा : जिले के अकलतरा में मालगाड़ी डिरेल हो गई है। ट्रेन की करीब दर्जन भर बोगियां पटरी से उतर गईं। ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि इंजन बोगियों को छोड़कर करीब डेढ़ किमी आगे निकल गया। इसके बाद कई यात्री ट्रेनों को आउटर में रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि हावड़ा-मुंबई रूट पर हुए इस हादसे के बाद फिलहाल 10 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। यह रेलवे लाइन देश के सबसे व्यवस्तम रूट में शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर से मालगाड़ी रायगढ़ की ओर जा रही थी। इसी दौरान अकलतरा और नैला रेलवे स्टेशनों के बीच अकलतरा ईस्ट केबिन के पास मालगाड़ी की कई बोगियां डिरेल हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मालगाड़ी के स्टेशन से निकलते ही पहियों में कई ब्लास्ट हुए और चिंगारी निकलने लगी। केबिन से कुछ दूर जाते ही बोगियां एक-एक कर पटरी से नीचे गिरना शुरू हो गई। पटरी टूट गई और कई बोगियों के पहिये तक टूट कर निकल गए। ट्रैक से चिंगारियां निकल रही थीं।
हादसे की जानकारी मिलने के बाद रेलवे ने सभी यात्री ट्रेनों को टोक दिया। कोरबा और बिलासपुर से राहत दल भी भेजा गया है। हादसे का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। जेसीबी से बोगियो को रेलवे ट्रेक से बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। ओएचई तार, खंभों को सुधारने और पटरी की मरम्मत का काम जारी है। देर रात तक आवागामान शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इसमें समय लग सकता है।
ट्रैक बदलने के दौरान हादसे की आशंका
आशंका जताई जा रही है कि मालगाड़ी मुंबई-हावड़ा मुख्य मार्ग के मिडिल लाइन पर आई तब ईस्ट केबिन के पास ट्रैक बदलने के दौरान हादसा हुआ होगा। मौके पर रेलवे का कोई भी बड़ा अधिकारी मौजूद नहीं है। रेलवे ट्रैक को सुधारने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। बिखरे हुए मल गाड़ी के डब्बे को हटाया जा रहा है। हादसे को देखते हुए मौके पर रेलवे पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
ये ट्रेनें हुई हैं प्रभावित
यात्रियों की सहायता हेतु बिलासपुर, रायगढ़, चांपा सहित सभी प्रमुख स्टेशनों में यात्री सहायता केंद्र की स्थापना की गई है। कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। इनमें से कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। कुछ के रूट बदले गए हैं और कुछ रास्ते में ही समाप्त कर दी गई हैं।