भोपाल : मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग और इंडियन आर्मी के सहयोग से ‘फिट इंडिया, रन विद इंडियन ऑर्मी’ मैराथन का आयोजन किया गया. यह मैराथन रविवार सुबह 6 बजे योद्धा स्मारक से शुरू हुई. यहां से यह मैराथन लालघाटी चौराहा, वीआईपी रोड, कोहेफिजा, कमला पार्क के रास्ते से होते हुए पॉलिटेक्निक चौराहे पर पहुंची. यहां से फिर सुबह 9.30 बजे योद्धा स्मारक लौटी जहां पर इसका समापन हुआ.
पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन ‘सेना दिवस’ और ‘विजय दिवस’ के शुभ अवसर पर भारतीय सैनिकों के शौर्य और बलिदान को समर्पित है.
सेना हमारी बैकबोन है- मुख्यमंत्री
मैराथन के समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मुझे, देश और दुनिया को भारतीय सेना पर गर्व है. बेहद अनुशासित होकर उन्होंने अपनी पहचान बनाई. दुनिया का कोई भी कठिन से कठिन काम हमारी सेना चुटकियों में करके क्षमता और योग्यता से अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है. भारत के साथ कई और देश आजाद हुए हैं लेकिन भारत का लोकतंत्र उसे गौरवान्वित करता है. इस लोकतंत्र की बैकबोन कोई है तो वो हमारी सशस्त्र सेना, आर्मी है.
‘हमारी युवा पीढ़ी स्वास्थ्य प्रति जागरूक और राष्ट्र के लिए समर्पित’
सोशल मीडिया साइट एक्स पर सीएम ने पोस्ट किया कि आज फिटनेस, एकता एवं देश भक्ति के संदेश के साथ मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं भारतीय सेना के ‘सुदर्शन चक्र कोर’ द्वारा आयोजित “आर्मी मैराथन 2025” के पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मिलित होकर विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को पुरस्कृत किया एवं सभी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया.
उन्होंने आगे लिखा कि ‘विजय दिवस’ एवं ‘सेना दिवस’ के उपलक्ष्य में भारतीय सेना के शौर्य एवं बलिदान को समर्पित मैराथन में युवाओं को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते देखकर प्रसन्नता की अनुभूति हुई. हमारी युवा पीढ़ी स्वास्थ्य के प्रति जागरुक और राष्ट्र के प्रति समर्पित है. हम सभी देश की प्रगति में एकजुट होकर योगदान दें एवं कर्तव्य पालन करते हुए राष्ट्र की सेवा करें, यही शुभकामनाएं.
अलग-अलग कैटगरी में हुई मैराथन
ये मैराथन अलग-अलग कैटगरी में आयोजित की गई. इसमें 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की श्रेणी रहीं. जिसमें अलग आयु वर्ग के लोग शामिल हुए. इस मैराथन के अलावा यहां देशभक्ति गीतों पर कथक नृत्य, जुम्बा डांस और मल्लखंभ के प्रदर्शन ने प्रदर्शन किया गया.