जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में अखिल भारतीय कंवर समाज के सामाजिक सांस्कृतिक वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय भी शामिल हुईं। इस दौरान कौशल्या साय बगिया में आयोजित कार्यक्रम में कौशल्या साय समाज की महिलाओं के साथ आदिवासी वेशभूषा में नजर आई। साथ ही उन्होंने पारंपरिक आदिवासी गानों पर नृत्य किया।
पानी करमा में भी थिरकी थी
इससे पहले भी कौशल्या साय ने स्थानीय महिलाओं के साथ धूमधाम से पानी करमा पर्व मनाया था। इस दौरान बगिया स्थित अपने निवास में उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के साथ नदी का जल अर्पण कर पीपल वृक्ष की विधि- विधान पूजा अर्चना की थी। साथ ही प्रदेश में अच्छी वर्षा की कामना करते हुए करमा नृत्य भी किया था। साथ ही करमा नृत्य में भाग लिया। कौशल्या साय ने करम देवता की स्तुति करते हुए पूरे राज्य की खुशहाली और समृद्धि के साथ अंचल में अच्छी वर्षा की कामना की। करमा वृक्ष की डाल को गाड़कर सभी ने उल्लास के साथ सीएम साय की पत्नी के साथ करमा नृत्य किया था।
क्या है पानी करमा
दशहरा के बाद स्थानीय महिलाएं इंद्र देवता को प्रसन्न कर ग्राम और प्रदेश में अच्छी वर्षा की कामना लेकर पानी करमा पर्व मनाती हैं। इस अवसर पर महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और जंगल से करमा वृक्ष की लकड़ी लाकर हमारे निवास में नदी से जल लाकर पीपल वृक्ष के नीचे जल अर्पण कर पूजा करती है। इसके बाद ग्राम में जाकर रातभर पूजा आराधना और करमा नृत्य करती हैं।