रायपुर। सीएम विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने अपने बयान कहा, आप कल ओवल में बैठे प्रेसिडेंट जेलेंस्की को देखिए और@RahulGandhiजी को देखिए। अनेक बातें, बल्कि लगभग सारी ही बातें आपको समान दिखेंगी। मूर्खता से उत्पन्न वही थोथा आत्मविश्वास, वही बदतमीजी, वही बदजुबानी, वही वाहियात सा अनौपचारिक परिधान (जिसके बारे में दरवाजे पर ही प्रेसिडेंट ट्रंप ने टिप्पणी की), वही अकड़, वैसा ही अराजकतावाद, उम्र तक का लिहाज नहीं करने की वैसी ही असभ्यता। वही चाल, वैसा ही चलन….
आपको जेलेंस्की एक पढ़ा-लिखा राहुल गांधी लगेंगे, जबकि राहुल गांधी आपको मूर्ख जेलेंस्की का सबसे सस्ता वर्जन लगेंगे। पत्रकारों के सामने भारत के शालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहजी का अध्यादेश फाड़ते राहुलजी को याद कीजिए, फिर डील बिना हस्ताक्षर किए ओवल से निकलते जेलेंस्की को देख लीजिए… अमेरिका के उराष्ट्रपति को बदतमीजी के साथ उसके पहले नाम से संबोधित करते जेलेंस्की को देख लीजिए, विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदीजी के गले पर झूल जाते हुए राहुल गांधीजी को देख लीजिए… रत्ती भर भी अंतर आपको दिखा क्या?
ईश्वर की असीम कृपा है कि भारत ने कांग्रेस का लगभग सफाया कर दिया है, अन्यथा राहुलजी जैसे नेताओं के कारण तो हमारे अस्तित्व पर भी प्रश्नचिह्न लग जाता।आपको राहुलजी न केवल जेलेंस्की का देसी वर्जन नजर आयेंगे बल्कि उनमें आपको@ArvindKejriwalकी पॉयरेटेड कॉपी भी नजर आयेगा। वही बात फिर कि केजरीवाल पढ़ा-लिखा राहुल हैं, जबकि राहुलजी मूर्ख केजरीवाल। गलत तो नहीं कहा न?