मुरैना : मध्य प्रदेश के मुरैना से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक महिला को सरकारी दस्तावेजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया. महिला ने कलेक्टर से रोजगार सहायक के खिलाफ शिकायत की. बताया कि रिश्वत ना देने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया.
रोजगार सहायक ने 1,000 रुपये की रिश्वत मांगी
मंगलवार यानी 4 मार्च को कलेक्टर ऑफिस में जनसुनवाई का आयोजन किया गया. इसमें एक महिला अपनी समग्र आईडी में बदलाव की शिकायत लेकर कलेक्टर अंकित अस्थाना के पास पहुंची. उसने बताया कि रोजगार सहायक समग्र आईडी में जानकारी के बदलाव के लिए 1,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा है. जब उसे रिश्वत नहीं मिली तो समग्र आईडी में मृत घोषित कर दिया.
शिकायत में क्या कहा?
फरियादी महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि मुरैना कलेक्टर साहब! मैं जिंदा हूं और पूरी तरह स्वस्थ हूं. लेकिन ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक ने मात्र 1,000 रुपये की रिश्वत के लिए मुझे सरकारी रिकार्ड में मृत घोषित कर दिया है. इस कारण मैं नौकरी के लिए आवेदन भी जमा नहीं कर पा रही हूं. कलेक्टर के पास ये शिकायत जौरा खुर्द की रहने वाली भावना कुशवाह लेकर पहुंची थीं.
महिला ने कलेक्टर अंकित अस्थाना को बताया कि उसका मायका मेहटौली ग्राम पंचायत के भूरा डांडा गांव में है. 6 जून 2023 को उसकी शादी जौरा खुर्द के मुकेश कुशवाह से हुई. शादी के बाद परिवार आईडी में परिवर्तन के लिए वह पंचायत में गई. ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक विद्याराम कुशवाह ने मेहटौली की परिवार आईडी से नाम हटाकर मुरैना नगर निगम के वार्ड 9, ससुराल की परिवार आईडी में नाम जोड़ने के बदले 1,000 रुपये मांगे.
भावना ने रुपये नहीं दिए तो रोजगार सहायक ने परिवार आईडी क्रमांक 33743105 में संलग्न मेरी सदस्यता क्रमांक 165510476 को डिलीट कर दिया और मुझे मृत बता दिया. रोजगार सहायक ने 7 जनवरी 2024 को मुझे मृत घोषित कर दिया.
नौकरी के आवेदन में आ रही समस्या
भावना ने बताया कि उसे नौकरी के लिए अप्लाई करने में दिक्कत आ रही है. वहीं धूसरे कार्यों में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं उठा रही है. कलेक्टर ने शिकायतकर्ता को आरोपी पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.