कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में डिप्टी सीएम विजय शर्मा के कार्यक्रम में तेज आंधी तूफान चला। डड़सेना कलार समाज के वार्षिक अधिवेशन के दौरान हड़कंप मच गया। इस आंधी-तूफान ने कार्यक्रम को बीच में ही तहस-नहस कर दिया। पूरा टेंट हिल गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। तेज हवाओं और उड़ते सामान के बीच कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई।
वहीं अंबिकापुर जैसे कई जिलों में भयंकर बारिश हो रही। बिलासपुर में भयंकर तज हवाएं चलीं। शहर के आसमान पर घने काले बादल छा गए हैं और कई इलाकों में तेज आंधी-तूफान का सिलसिला जारी है। आंधी तूफान के साथ राजधानी में तेज बारिश भी शुरू हो गई है।
मौसम विभाग ने सुबह ही छत्तीसगढ़ के 18 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था, जिसमें रायपुर भी शामिल है। अलर्ट के मुताबिक तेज हवाओं के साथ मेघगर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई थी, जो अब सच होती दिख रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान
अंबिकापुर में भी अचानक मौसम ने करवट ली। बिजली गरजना और तेज हवा के साथ बारिश हो रही। इस भीषण गर्मी से आम लोगों को मिला। बेमौसम बारिश से गेहूं और सब्जी की फसल को नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण अचानक मौसम में तब्दीली आई है। अगले कुछ दिनों तक बादलों के आवा-जाही के कारण ऐसी ही स्थिति बनी रहेंगी। वहीं बिलासपुर और पेंड्रा में भी अचानक आई आंधी-बारिश से कई पेड़-पौधे उखड़ कर गिरे हैं। आंधी बारिश से तापमान में भी भारी गिरावट आई है। इस बेमौसम बारिश से किसानों के फसलों को नुकसान हो रहा।
इन जिलों में जारी किया गया था येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 18 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बस्तर संभाग, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, कोरिया और बलरामपुर जैसे जिलों में तेज आंधी, मेघगर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इन इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। जनता से सावधानी बरतने और खुले स्थानों से दूर रहने की अपील की गई है।