बीजापुर। छत्तीसगढ़ में डीआरजी के एक्शन की वजह से नक्सलियों में दहशत व्याप्त है। बस्तर में लंबे समय से सक्रिय नक्सल नेता दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी मेम्बर संजीव उर्फ़ लैगू दादा ने अपनी पत्नी डीकेएसजेसी पार्वती उर्फ़ दीना के साथ तेलंगाना पुलिस के पास आत्मसमर्पण किया है। इन दोनो पर करीब 50 लाख रुपयों का ईनाम था और वर्ष 1980 से यह नक्सल संगठन में सक्रिय था। बस्तर में बढ़ते दबाव के कारण बड़े नक्सल लीडर बस्तर छोड़कर तेलंगाना में समर्पण कर रहे हैं।
वहीं लच्छन्ना को पिछले साल दरभा डिवीजनल कमेटी स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेसी) का मेंबर बनाया गया था। इससे पहले वह 2007 में उत्तर बस्तर डीवीसी टेक्निकल डिपार्टमेंट का प्रभारी रह चुका था। उसकी पत्नी अनितक्का भी माओवादी संगठन में काफी सक्रिय रही है। 2002 में उसे एसीएम् बनाया गया था, 2007 में टेक्निकल डिपार्टमेंट भेजा गया और हाल में उत्तर बस्तर के डीवीसी में टेक्निकल डिपार्टमेंट में डीवीसीएम के रूप में जिम्मेदारी निभा रही थी। दोनों करीब 22-23 साल से संगठन में सक्रिय थे और कई इलाकों में काम कर चुके हैं। माना जा रहा है कि नक्सल नेटवर्क की गहराई से जानकारी होने के कारण पुलिस पूछताछ में कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
पुलिस को नक्सल ऑपरेशन में मिलेगी मदद
छत्तीसगढ़ पुलिस भी उनकी पूरी हिस्ट्री खंगाल रही है। अधिकारियों का कहना है कि इतने वरिष्ठ और अनुभवी नक्सलियों का आत्मसमर्पण संगठन के लिए बड़ा झटका है। इससे सुरक्षा बलों को नक्सल ऑपरेशन्स से जुड़ी अहम रणनीतिक जानकारियां भी मिल सकती हैं।