रायपुर। धर्मातरण और मानव तस्करी के आरोप में दुर्ग से गिरफ्तार दो ननो को शनिवार को एनआईए कोर्ट से जमानत मिल गई। अब इसे लेकर भी सियासत शुरू हो गई है। पीसीसी चीफ ने इसे सच्चाई की जीत बताया है वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि, अबूझमाड़ के बच्चों को आगरा ले जा रहे तो जांच जरूरी है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि, जो कार्रवाई हुई, उसके पीछे तथ्य हैं। उन्होंने कहा कि, अबूझमाड़ में स्कूल खोलना तक मुश्किल है, वहां के बच्चों को आगरा ले जाएं, तो जांच की जरूरत तो है। मामले की जांच जरूर होगी पूरी जांच होगी। उधर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा है कि, ननों को एनआईए कोर्ट ने जमानत दे दी, सच्चाई की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि, बीजेपी हमेशा धर्मांतरण के मुद्दे पर राजनीति करती है, अपनी नाकामी को छुपाने के लिए बीजेपी ध्ुवीकरण की राजनीति की है। आदिवासी बच्चियां कह रहीं हैं सरकार ने डराने की कोशिश की। बच्चियों ने कहा अपनी मर्जी, परिजनों की सहमति से जा रहे हैं। न्यायालय ने इसी आधार पर जमानत दी, सच्चाई की जीत हुई।
वृंदा करात ने जताई खुशी
दुर्ग से गिरफ्तार ननों को एनआईए कोर्ट से जमानत मिलने के बाद पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा कि, हम बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल के खिलाफ केस दर्ज करेंगे। नन, आदिवासियों पर झूठा केस दर्ज करने वालों पर कार्रवाई करेंगे। कल तक जो सरकार नन की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थी। आज एनआईए कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया है, हम खुश हैं। नन के खिलाफ केस वापस कराने का संघर्ष जारी रहेगा। झूठा ऍफ़आईआर कराने वालों पर हम केस दर्ज करने का काम करेंगे।
दुर्ग में पकड़ी गई थीं बच्चियों के साथ
उल्लेखनीय है कि, दो ननो को दुर्ग रेलवे स्टेशन से दो बच्चियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इनमें नाबालिग है। बच्चियों को आगरा ले जाने की बात ननो ने बताई थी। मामला संदिग्ध लगने पर बजरंग दल से जुड़े लोगों ने बच्चियों और ननों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया था।