रायपुर : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) ग्रामीण आजीविका सुदृढ़ करने में लगातार नई मिसालें गढ़ रही है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ विकासखंड की ग्राम पंचायत दहिदा में कुआं निर्माण कार्य ने किसान श्री रामनारायण के जीवन को नई दिशा दी है।
पूर्व में श्री रामनारायण पानी की समस्या से अत्यंत परेशान थे। खेतों में सिंचाई की सुविधा न होने से फसलें सूख जाती थीं और परिवार को पीने व घरेलू उपयोग के लिए भी पानी दूर-दराज से लाना पड़ता था। खेती करना उनके लिए लगभग असंभव हो गया था। ऐसी कठिन परिस्थिति में मनरेगा योजना उनके लिए संजीवनी साबित हुई।
ग्राम सभा एवं रोजगार सहायक से जानकारी प्राप्त कर श्री रामनारायण ने कुआं निर्माण का प्रस्ताव रखा, जिसे ग्राम सभा द्वारा स्वीकृत कर वर्ष 2023-24 में 2.52 लाख रुपये की लागत से मंजूरी दी गई। इस कार्य से 354 मानव दिवस का सृजन हुआ। प्रारंभिक कठिनाइयों—कठोर मिट्टी एवं गहराई में चट्टानों जैसी बाधाओं—के बावजूद पंचायत, तकनीकी दल एवं मजदूरों के सामूहिक प्रयास से कुआं निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
आज कुआं बनने से श्री रामनारायण के खेतों में हरियाली लौट आई है। सिंचाई की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध होने से फसलें लहलहाने लगी हैं, पशुओं के लिए पानी की स्थायी व्यवस्था हो गई है तथा परिवार की आय में वृद्धि हुई है। इससे उनके जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार आया है। श्री रामनारायण का कहना है कि “पहले खेती करना कठिन हो गया था, परंतु कुआं निर्माण से अब न केवल खेतों में पानी की सुविधा उपलब्ध है, बल्कि घर और पशुओं के लिए भी पर्याप्त पानी मिल रहा है। आय बढ़ने से परिवार का जीवन सुखमय हो गया है।”
इस कार्य से न केवल श्री रामनारायण का परिवार लाभान्वित हुआ है, बल्कि गाँव के अन्य किसानों को भी प्रेरणा मिली है। दहिदा पंचायत में हुए इस कुआं निर्माण कार्य ने जल संरक्षण और ग्रामीण आत्मनिर्भरता की दिशा में एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है।