रायपुर : डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने दिल्ली से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देर रात छत्तीसगढ़ पहुंचे. रायपुर हवाई अड्डा पर उनके पहुंचने के बाद गृह मंत्री का भव्य स्वागत किया गया.
सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, मंत्री गजेन्द्र वर्मा, मंत्री ओपी चौधरी, मंत्री केदार कश्यप, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव समेत तमाम मंत्रियों और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद वे एयरपोर्ट से नया रायपुर स्थित M-11 आवास के लिए रवाना हो गए.
छत्तीसगढ़ में होने वाली डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई है. पीएम मोदी 29 और 30 नवंबर को रायपुर में डीजीपी-आईजी की 60वीं ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे.
कॉन्फ्रेंस की थीम ‘विकसित भारत: सिक्योरिटी डाइमेंशन्स’ होगी
सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस की थीम ‘विकसित भारत: सिक्योरिटी डाइमेंशन्स’ होगी. नवा रायपुर में 28 से 30 नवंबर तक नवा रायपुर में डीजीपी-आईजी की 60वीं ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है. बताया जा रहा है कि खास सर्विस के लिए कुछ अधिकारियों को प्रधानमंत्री प्रेसिडेंट पुलिस मेडल भी देंगे.
केंद्रीय गृहमंत्री, एनएसए समेत कई उच्च अधिकारी होंगे शामिल
नवा रायपुर में हो रही डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल, राज्य मंत्री (गृह मामले) बंदी संजय कुमार भी शामिल होंगे. इसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के डीजीपी, डीआईजी और एसपी रैंक के कुछ चुने हुए पुलिस अधिकारी और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख हिस्सा लेंगे.
‘सुरक्षित भारत’ बनाने के लिए आगे का बताया जाएगा रोडमैप
कॉन्फ्रेंस में पुलिसिंग की मुख्य चुनौतियों से निपटने में हुए प्रोग्रेस का रिव्यू किया जाएगा. जिन मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी, उनमें लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिज्म, काउंटर टेररिज्म, डिजास्टर मैनेजमेंट, महिलाओं की सुरक्षा, और पुलिसिंग में फोरेंसिक साइंस और एआई शामिल है.
कई डॉक्टर्स की टीम संभालेगी कमान
डीजीपी-आईजीपी कांफ्रेंस को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं नवा रायपुर में दर्जनभर से ज्यादा डॉक्टर कमान संभालेंगे. डाक्टरों के साथ एडवांस लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम से लैस एंबुलेंस मौजूद रहेगी. 100 लोगों की टीम रोटेशन के आधार पर लगाई गई. स्वास्थ्य विभाग ने शासकीय के साथ प्राइवेट सेक्टर के चिकित्सकों की मदद ले रही. पीएम और केंद्रीय एचएम के आगमन को देखते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी.
