रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज रविवार से हो गई है. नवा रायपुर में बने नए विधानसभा भवन में यह पहला सत्र है. पहले दिन कांग्रेस ने बहिष्कार किया है. वहीं सदन में विधायक धर्मजीत सिंह ने जेएनयू में हिडमा के समर्थन में नारेबाजी का मुद्दा उठाया.
सदन में ‘विजन 2047’ पर हुई चर्चा
सदन में ‘विजन 2047’ पर चर्चा हुई. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि ‘विजन 2047’ विकसित छत्तीसगढ़ की दिशा में एक ठोस रोडमैप है, जिसे समाज के हर वर्ग से मिले सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है. वहीं पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा में आज नई प्रक्रिया की शुरुआत हुई. बहस और चर्चा किस मुद्दे पर करनी है? इसका सवाल-जवाब कैसे होगा?
सदम में उठा जेएनयू में हिडमा के समर्थन में नारेबाजी का मुद्दा
विधायक धर्मजीत सिंह ने सदन में जेएनयू में हिडमा के समर्थन में नारे लगाने वालों का विरोध किया. उन्होंने विधानसभा में प्रस्ताव लाकर आलोचना की मांग की. इसके अलावा नक्सलियों के ऐसे समर्थकों को बस्तर भ्रमण कराने की भी मांग रखी है, ताकि उनको नक्सलियों के किए अत्याचार का पता चल सके. सदन में विधायक धर्मजीत सिंह ने नक्सली हिड़मा और बसवराजू की क्रूरता का जिक्र किया है.
विधायक निधि 10 करोड़ करने की भी उठाई मांग
इसके अलावा धर्मजीत सिंह ने विधायक निधि 10 करोड़ करने को लेकर सदन में मांग की. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने विधायक निधि बढ़ाई थी. ‘मुख्यमंत्री जी भी क्रांतिकारी कदम उठाते हुए विधायक निधि में बढ़ोतरी करें’. अपने क्षेत्र में विकास कार्यों में तेजी से काम करवाने निधि बढ़ाने की मांग की.
