पुरानी रंजिश को लेकर युवक पर चाक़ू से जानलेवा हमला, पुलिस ने किया गिरफ्तार  

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०० आरोपी ने चाक़ू से किए कई वार पीड़ित को अस्पताल में कराया गया भर्ती 

दुर्ग-भिलाई|  भिलाई पावर हाउस में बीती देर रात एक युवक पर चाकू से जानलेवा हमला करने वाले आरोपी को छावनी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी तेजा के खिलाफ धारा 307 के तहत अपराध दर्ज किया है। घायल दिवाकर राव (36 वर्ष) ने बताया कि वह प्रगति नगर में रहता है। वह कैंप 1 जलेबी चौक में पान दुकान चलाता है। रोज की तरह उसने गुरुवार रात 10 बजे दुकान बंद की थी। उसकी बड़ी बेटी चंद्रा मौर्या चौक के पास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। इसलिए वह अपनी बेटी खिलेश्वरी को स्कूटर में बिठाकर सीधे वहीं गया। बेटी को देखकर वह जैसे हॉस्पिटल से बाहर आया वहां मोहल्ले का लड़का तेजा मिल गया। उसने पुरानी रंजिश को लेकर दिवाकर से हाथापाई कर उसका मोबाइल तोड़ दिया। नाराज होकर दिवाकर इसकी शिकायत करने रात 11.30 बजे छावनी थाने पहुंचा। वहां पुलिस वालों ने सुपेला थाने का मामला बताकर उसे सुपेला जाने के लिए कहा। दिवाकर अपनी बेटी को स्कूटर में बैठाकर सुपेला थाने शिकायत करने जा रहा था।

 

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रात 12 बजे के करीब वह जैसे ही बसंत टॉकीज के सामने पहुंचा तेजा उसकी गाड़ी के सामने खड़ा हो गया। जैसे ही गाड़ी रोकी तेजा दिवाकर राव से गाली गलौज करने लगा। दिवाकर ने उसे गाली देने से मना किया तो तेजा अपने पास रखे चाकू को निकाला और दिवाकर के ऊपर कई प्राणघातक वार किए। इसमें दिवाकर की पीठ, पेट, दाहिनी जांघ और बाएं हाथ की कलाई में चोट आई है पिता को घायल देख खिलेश्वरी वहां से भागी और सीधे अपने घर पहुंची। इसके बाद उनसे घटना की जानकारी घरवालों को दी। घर वाले तुरंत घटना स्थल पहुंचे, जहां दिवाकर घायल पड़ा हुआ था। इसके बाद परिजनों ने दिवाकर को उठाया और छावनी थाने पहुंचे। पुलिस ने तुरंत दिवाकर को इलाज के लिए सुपेला अस्पताल भेजा गया। इसके बाद उसे दुर्ग जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहां से दिवाकर डिस्चार्ज कर दिया गया है।

 

 

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दिवाकर राव का कहना है कि जब वह मारपीट व मोबाइल तोड़ने की शिकायत करने दर्ज कराने छावनी थाने पहुंचा तो पुलिस दो थाने की सीमा बताने लगी। इसके बाद उसकी शिकायत न सुनकर सीधे सुपेला थाने भेज दिया। यदि छावनी पुलिस उसकी शिकायत सुन लेती और आरोपी को पकड़ बाद में मामले को सुपेला पुलिस के हवाले करती तो ये घटना नहीं घटती। दिवाकर का कहना है कि सुपेला थाने जाते समय रास्ते में उसके ऊपर प्राणघातक हमला आरोपी ने किया। इसमें उसकी जान भी जा सकती थी।

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