धमतरी। नशा एक ऐसी बुराई है जो इंसान का विवेक छीन लेती है और कई बार निर्दोष लोगों की जिंदगी भी निगल जाती है। ऐसा ही भयावह दृश्य रविवार को धमतरी जिले के ग्राम भटगांव में देखने को मिला, जहां एक नशे में धुत इक्को वाहन चालक ने रफ्तार की रेस में मानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। शराब के नशे में चूर ड्राइवर ने एक के बाद एक पांच राहगीरों को रौंद दिया, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना ग्राम भटगांव आईटीआई के पास की है। एक सफेद रंग का इक्को वाहन तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाया जा रहा था। चालक ने पहले एक व्यक्ति को जोरदार टक्कर मारी और उसे लगभग 300 से 400 मीटर तक सड़क पर घसीटता हुआ ले गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, व्यक्ति किसी तरह वाहन के नीचे से बाहर निकल पाया, लेकिन ड्राइवर पर नशे का ऐसा असर था कि उसने वाहन की रफ्तार धीमी नहीं की। वाहन ने आगे बढ़ते हुए एक-एक कर चार और राहगीरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस बीच, सड़कों पर चीख-पुकार मच गई। ग्रामीण चिल्लाते रहे, “रुको-रुको!” लेकिन नशे में धुत चालक को किसी की आवाज सुनाई नहीं दी।
लगातार टक्करों के बाद इक्को वाहन भटगांव से धमतरी जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे स्थित खेत में जा घुसा। वाहन के नीचे एक साइकिल और घायल व्यक्ति फंसे हुए थे। वहां मौजूद ग्रामीणों और राहगीरों ने किसी तरह वाहन को रोककर फंसे व्यक्ति को बाहर निकाला। गुस्साए ग्रामीणों ने ड्राइवर को मौके पर ही पकड़ लिया और उसकी जमकर “खातिरदारी” की। बावजूद इसके, उसका नशा कम नहीं हुआ और वह बड़बड़ाता रहा। स्थिति बिगड़ती देख कुछ लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस सेवा को सूचना दी।
पुलिस ने किया ड्राइवर को गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही रुद्री थाना प्रभारी अमित सिंह बघेल अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लिया और ग्रामीणों की मदद से दुर्घटनाग्रस्त वाहन को सड़क किनारे लाया गया। थाना प्रभारी ने बताया, “हमें मोबाइल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी। तत्काल पेट्रोलिंग वाहन को घटनास्थल भेजा गया। नशे में धुत इक्को वाहन चालक को हिरासत में लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।” घटना के बाद से भटगांव क्षेत्र में गुस्सा और दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। कई बार शिकायतों के बावजूद सड़क पर नशे में वाहन चलाने वाले खुलेआम घूमते रहते हैं। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव और कस्बों में शराब सेवन और नशे में ड्राइविंग पर कड़ी निगरानी रखी जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और घायलों को बेहतर उपचार दिलाया जाए।