सरगुजा : जिले के सीतापुर निवासी रेनू गुप्ता नामक एक महिला ने जगदलपुर जिले के एक तहसीलदार पर दहेज प्रताड़ना और गर्भपात कराने का गंभीर आरोप लगाया है. महिला ने इसकी शिकायत महिला थाने में की है. आज इस मामले में कार्रवाई नहीं होने पर रेनू गुप्ता ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल में पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से न्याय दिलाने और आरोपी तहसीलदार के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की. हालांकि, इस दौरान रेनू गुप्ता को पुलिस वालों ने समझाकर कार्यक्रम स्थल से वापस भेज दिया.
1 करोड़ दहेज की करते हैं मांग- पीड़िता
सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र स्थित आम टोली सुंदरपुर निवासी रेनू गुप्ता की शादी 2022 में बालौद जिले के रहने वाले तहसीलदार राहुल गुप्ता के साथ हुई थी. रेनू गुप्ता ने महिला थाने में दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि उसकी शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ पारंपरिक तरीके से हुई. इस दौरान ससुराल वालों के मांग पर उन्हें महंगी कार और लाखों रुपए दहेज भी दिया गया. इसके बाद जब वह ससुराल पहुंची तो वहां पर ससुराल वालों ने उसे दहेज में एक करोड रुपए मांगना शुरू कर दिया, जबकि पहले ही 50 लाख रुपए परिवार के लोगों के द्वारा दिया जा चुका था.
धोखे में रखकर कराया गर्भपात
पीड़िता ने बताया कि उसके पिता रिटायर्ड टीचर हैं और अपनी जमा पूंजी के अलावा जमीन बेचकर तहसीलदार के साथ उसकी शादी की थी, लेकिन तहसीलदार के द्वारा मात्र 49 दिन ही अपने घर में रखा गया. इसके बाद उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा और उसे धोखे में रखकर उसका गर्भपात भी करा दिया गया.
उसने आगे बताया कि तहसीलदार सहित उसके परिवार के लोग उस पर काला जादू करने का भी आरोप लगाते हैं. घर में जब भी किसी की तबीयत खराब होता थी ताे उसी पर आरोप लगाते थे और उसे प्रताड़ित करते थे.
काला जादू करने का लगाया आराेप
रेनू ने बताया कि पिछले दो सालों से न्याय के लिए वह लगातार पुलिस थाना और अलग-अलग सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रही है लेकिन न तो उसका पति उसे रखने के लिए तैयार है और न ही पुलिस इस मामले में कोई का कार्रवाही कर रही है.
महिला थाना प्रभारी सुनीता भारद्वाज का कहना है कि नियमानुसार तहसीलदार को नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह नहीं आया, अब फिर से काउंसलिंग के लिए नोटिस जारी होगा और इसके बाद भी तहसीलदार नहीं आता है तो एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए केस दर्ज किया जायेगा.
