बीजापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे. इससे पहले सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. बीजापुर में 51 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इनमें कई नक्सलियों पर इनाम भी रखा गया था. पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन कार्यक्रम के तहत ये सरेंडर किया गया. कांकेर में बुधवार (28 अक्टूबर) को 21 नक्सलियों में आत्मसर्पण किया था. इसमें 8 पुरुष और 13 महिला माओवादी हैं.
60 लाख के इनामी नक्सली
आत्मसमर्पित 51 नक्सलियों में 9 महिलाएं और 42 पुरुष शामिल हैं. इन सभी पर 66 लाख रुपयों का इनाम था. पीएलजीए बटालियन, कंपनी और एरिया कमेटी के सदस्य शामिल हैं. पिछले 10 महीनों में 461 माओवादी मुख्यधारा में लौटे, 138 मारे गए और 485 गिरफ्तार किए गए. ये शांति और विकास की ओर बड़ा कदम है.
इससे पहले 210 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इससे पहले 17 अक्टूबर को बस्तर पुलिस लाइन ग्राउंड में 210 नक्सलियों ने सामूहिक आत्मसमर्पण किया था. मुख्यमंत्री सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और डिप्टी सीएम अरुण साव ने भी इसका हिस्सा बनकर नक्सलियों का स्वागत किया था.
सीनियर माओवादी नेताओं समेत केंद्रीय समिति सदस्य रुपेश उर्फ सतीश, भास्कर उर्फ राजमन मंडावी, रनिता, राजू सलाम, धन्नू वेट्टी उर्फ संतू और क्षेत्रीय समिति सदस्य रतन एलम ने भी सरेंडर किया था. उन्होंने 153 हथियार भी सुरक्षा बलों को सौंपे थे, इनमें 19 AK-47, 17 SLR, 23 INSAS, 1 INSAS LMG, 36 .303 राइफलें, 4 कार्बाइन और 11 बैरल ग्रेनेड लॉन्चर शामिल थे.
