रायपुर : खरीफ का मौसम शुरू होते ही किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देती हैं। खाद, बीज, पानी… सब कुछ समय पर मिले, तभी मेहनत रंग लाती है। लेकिन इस बार तस्वीर कुछ अलग है। सरकार ने अन्नदाताओं की परेशानियों को दूर करने खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले ही सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में उन्नत किस्म की खाद और बीज का भंडारण कर लिया था।
कोरबा जिले के कोरबा विकासखंड की कोरकोमा आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में सरकार के किसान हितैषी पहल का प्रभाव दिखता है। कोरकोमा के किसान श्री दुबराज सिंह राठिया जब समिति में खाद व बीज लेने पहुँचे, तो उन्हें बिना किसी परेशानी के डीएपी, यूरिया, एनपीके, सुपर फास्फेट जैसे उर्वरक मिल गए। उन्हें समिति का अनावश्यक बार-बार चक्कर नहीं लगाना पड़ा। वे बताते हैं कि पहले खाद के लिए समितियों में भटकना पड़ता था, पर इस बार खाद, बीज समय पर मिल गया। वक्त पर खाद मिलने से खेती की तैयारी आसान हो गई। खेतों में बुआई का काम पूर्ण हो गया है और अब हम निश्चिंत होकर बेहतर पैदावार की उम्मीद कर सकते हैं।
श्री राठिया ने बताया कि उनकी लगभग 10 एकड़ जमीन है। आज वे समिति से 10 बोरी डीएपी और 5 बोरी यूरिया खाद ले जा रहे हैं। खाद खरीदने में उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई। आवश्यक दस्तावेज देते ही तत्काल उन्हें खाद मिल गया। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले ही वे समिति से 15 बोरी यूरिया, 5 बोरी सुपर फॉस्फेट और 5 बोरी पोटाश ले जा चुके हैं। आगे भी जरूरत के मुताबिक वे खाद ले जाएंगे।
कोरकोमा से 8-10 किलोमीटर दूर ग्राम केराकछार के किसान श्री बृजपाल राठिया ने समिति की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि खाद की उपलब्धता समय पर होने से फसल की शुरुआत अच्छी हुई है। वे अपनी 12 एकड़ जमीन पर सपरिवार खेती करते है। पिछले सीजन में उन्होंने लगभग 200 क्विंटल धान बेचा था। आज वे समिति से 10-10 बोरी यूरिया और डीएपी ले जा रहे है। बीते माह भी वे समिति से खाद लेकर गए थे। बृजलाल कहते हैं कि समय पर खाद मिलने उनकी फसल की नींव मजबूत हुई है। इस वर्ष भी अच्छी फसल की पैदावार के लिए उनका पूरा परिवार मेहनत कर रहा है।
कोरकोमा समिति के प्रबंधक श्री प्यारे लाल साहू ने बकाया कि शासन की दूरदर्शी नीतियों के कारण समितियों में समय पर गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज की व्यवस्था हो सकी, जिससे किसानों को बड़ा लाभ मिला है। कोरकोमा समिति में आसपास के 22 गांवों के कुल 1503 किसान पंजीकृत हैं। खरीफ सीजन के दौरान यूरिया, सुपर फॉस्फेट, पोटाश, डीएपी, एनपीके (लिक्विड), नैनो डीएपी, नैनो यूरिया जैसे रासायनिक उर्वरकों का पर्याप्त भंडारण कर किसानों को प्राथमिकता से वितरित किया गया है। अभी भी समिति में सभी खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि समिति में सबेरे से ही खाद क्रय करने के लिए किसानों का आना-जाना लगा रहता है। किसान केसीसी के माध्यम से खाद व बीज खरीद रहे हैं। समिति में किसानों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अब तक 75 प्रतिशत से अधिक किसानों ने खाद का उठाव कर लिया है।