रायपुर| भगवा रंग को लेकर उठे विवाद पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान का पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि भगवा रंग को लेकर भूपेश बघेल का अध्ययन कम है। अगर बजरंगी उनकी नजर में गुंडे हैं तो क्या एनएसयूआई राष्ट्र भक्त है। भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन अजय चंद्राकर इन दिनों दुर्ग जिले के दौरे पर हैं। वो कांग्रेस भगाव छत्तीसगढ़ बचाव कार्यक्रम के तहत सोमवार को भिलाई पहुंचे थे, उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा भगवा रंग को लेकर दिए बयान का कटाक्ष किया।
अजय चंद्राकर ने कहा मुख्यमंत्री जी कुछ भी बोलते हैं उनके बोलने से हमारे विचार और आंदोलन में कोई फर्क नहीं पड़ता है। केसरिया के बारे में उनका अध्ययन नहीं है। अजय चंद्राकर ने कहा भगवा रंग जो लोग धारण करते हैं वो राष्ट्र की संस्कृति को प्रेम करते हैं। जो कांग्रेस के लोग हैं, वो त्याग और बलिदान की संस्कृति को नहीं समझते हैं। उनकी नजर में त्याग और बलिदान का एक ही अर्थ है। उनकी नजर में नेहरू खानदान या गांधी परिवार की चरण भक्ति और चरण सेवा करके शरणागत रहना बराबर भारत माता है। ऐसे लोगों से इससे बड़ी टिप्पणी की अपेक्षा नहीं की जा सकती। पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग अपराध के दलदल में डूबे हैं। सुकमा में कांग्रेसी रेती चोरी करके उसे बेच रहा है। एक हिस्ट्री शीटर कांग्रेसी की हत्या ही कर दी जाती है। कोई प्रेस क्लब में गोली चला रहा है। कोई मंत्री को दौड़ा रहा है। इन लोगों ने मंत्री को घेर लिया था। इस चरित्र और विचार में जो पनपे हैं उनसे और क्या अपेक्षा की जा सकती है।
चंद्राकर ने कहा कि अभी 2023 के विधानसभा चुनाव में समय है। अभी से इस बारे में बोलना उचित नहीं होगा, लेकिन एक बात तो पक्की है कि कांग्रेस सत्ता पर नहीं आ रही है और भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाएगी। पाटन विधानसभा चुनाव जीतने के बारे में चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री कोई चुनौती नहीं है। पाटन से चुनाव हार चुके हैं वो। हमारे भी कई मुख्यमंत्री हार चुके हैं, कांग्रेस और दूसरे दल के मुख्यमंत्री भी हार चुके हैं। इसलिए मुख्यमंत्री रहना और पराजय न होना ऐसा नहीं है। जब भाजपा सरकार में थी तब भी हम उप चुनाव जीतते थे। एक आध सीट को छोड़कर, लेकिन वो अजीत जोगी की व्यक्तिगत जीत की तरह थी। चुनाव अब शुरू हो रहा है। मैं चाहता हूं कि चारो पांचों उप चुनाव जीतने के भ्रम में मुख्यमंत्री रहें। वो हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है।