सरकार का एक ही नारा, एक ही काम, बेचो दारू, वसूलों दाम : संदीप शर्मा
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा ने पर्यटन मंडल के होटल मोटल में शराब की अनुमति देने के फैसले को कांग्रेस सरकार का मदिराप्रेम करार देते हुए कहा है कि शराबबंदी लागू करने का वादा करके सत्ता में आये भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ को शराबगढ़ में बदल चुके हैं। इस सरकार के कथन और कर्म, नीति और नीयत में भारी भेद है। खोट है। इस सरकार के मुखिया शराब के खिलाफ उपदेश देते हैं, शराबबंदी कमेटी के मुखिया शराबबंदी को जनता का मुद्दा नहीं मानते और सरकार का आबकारी विभाग सरकारी पर्यटन मंडल के होटल मोटल में दोपहर से लेकर आधी रात तक शराब पिलाने की अनुमति देता है। आबकारी नीति में परिवर्तन किया जाता है। जब सरकार का परम धर्म शराब पिलाना हो जाये तो शराबबंदी लागू होने की कल्पना ही बेमानी है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि जिस वक्त बगुला भगत शराब के विरुद्ध जनजागरूकता का उपदेश दे रहे थे और जिस समय उनकी तथाकथित शराबबंदी राजनीतिक कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा शराब के खिलाफ जन आंदोलन की जरूरत बता रहे थे, उस समय आबकारी विभाग सरकार के निर्देश पर शराब खोरी का दायरा बढ़ाने के लिए पर्यटन मंडल के होटल मोटल को बार लायसेंस देने का फैसला कर रहा था। इस सरकार का एक ही काम रह गया है, जिसे यह पूरे मनोयोग से कर रही है, यह काम है कि कहीं भी, कभी भी शराब की कमी नहीं होनी चाहिये। घर पहुंच सेवा शुरू करने से मन नहीं भरा तो भूपेश बघेल सरकार ने अब सरकार के होटल मोटल में भी शराब की व्यवस्था कर दी है। छत्तीसगढ़ सरकार इतनी बड़ी मदिरा मर्मज्ञ है कि वह झारखंड को शराब की बिक्री बढ़ाने के हुनर सिखा रही है तो फिर छत्तीसगढ़ में कहीं शराब की कमी कैसे हो सकती है। सरकार का आबकारी विभाग क्या अब सरकारी राशन दुकानों में भी शराब बेचने, पीने पिलाने की अनुमति देगा? लगता है कि इस सरकार का एक ही नारा, एक ही काम, बेचो दारू, वसूलों दाम हो गया है!