रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में लगातार इस्तीफों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस्तीफों से बचने के लिए और पार्टी को एकजुट करने के लिए कांग्रेस ने चुनाव में हुई करारी हार के बाद दिल्ली में समीक्षा बैठक भी बुलाई थी। कांग्रेस पार्टी में हर दिन पूर्व विधायक और चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों के इस्तीफे सामने आ रहे हैं। लगातार आ रहे इस्तीफों को लेकर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने तंज कसा है और कहा कि, कांग्रेस में भगदड़ मच हुई है।
सोमवार को मिडिया से बातचीत करते हुए भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, मुझे लगता है कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। कांग्रेस ने सत्ता के लिए राज किया है, सेवा के लिए नहीं। कांग्रेसी परेशान है और हलकान है उनके विधायक और पूर्व विधायकों को लग रहा है कि, अब सरकार नहीं है तो हमारा जीवन कैसे चलेगा और इसलिए वह कांग्रेस से भाग रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस के लोगों का शुरु से ही एक ही उद्देश्य रहा कि पैसा कैसे आए, वो हमेशा से एक ही बात पर लगे रहे कि पैसा आना चाहिए। वह चाहे किसी भी तरीके से आए और कोई किल्लत नहीं है। सब नेताओं ने अपने-अपने जेब भर लिए हैं और पार्टी को खाली कर दिया है और हार के बाद कांग्रेस तो बिन पानी जैसे मछली तड़पती है वैसे तड़प रही है। सरकार बने 15 दिन नहीं हुए हैं उनके बयान बाजी शुरू हो गई है, इंतजार करो कांग्रेस से 100 गुना ज्यादा अच्छा काम बीजेपी की सरकार करके दिखाएगी।
हार के बाद दिल्ली में हुई थी समीक्षा बैठक
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार के बाद पार्टी में लगातार इस्तीफों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है। इस्तीफों से बचने के लिए और पार्टी को एकजुट करने के लिए कांग्रेस ने चुनाव में हुई करारी हार के बाद दिल्ली में समीक्षा बैठक भी बुलाई थी। जिसमें सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ समेत कांग्रेस कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे।
महंत रामसुंदर दास ने भी छोड़ा कांग्रेस साथ
शनिवार को पाली तानाखार के पूर्व कांग्रेसी विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि, मैं भारतीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और समस्त पदों से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। हाल ही में कांग्रेस के अनुभवी नेता महंत रामसुंदर दास ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वे विधानसभा चुनाव 2023 के रायपुर दक्षिण सीट से प्रत्याशी थे। महंत ने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को सौंपा है। इस इस्तीफे की वजह उन्होंने चुनाव में बड़ी हार को बताया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहा हूं।इन दोनों पूर्व विधायकों को पार्टी पहले ही दिखा चुकी है बाहर का रास्ता दूसरी ओर पार्टी ने पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह और विनय जायसवाल पर बड़ी कार्रवाई की है। दोनों पूर्व विधायकों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस की हार के बाद दोनों ने पार्टी के नेताओं के ऊपर आरोप लगाए थे। इसके बाद अब उन्हें पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं उनसे तीन दिन के अंदर जवाब भी मांगा गया है।