रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कल पंजाब के खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में सिख समाज द्वारा निकाली गई रैली का मुद्दा सदन में जोर शोर से गूंजा। भाजपा विधायकों ने सदन में सरकार पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। भारत को टूकड़े- टूकड़े करने वाले खालिस्तानी के समर्थन में लोग खुलेआम राजधानी में रैली निकाल रहे हैं। वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया के पक्ष में नारेबाजी की गई। इस रैली में सिख समाज से जुड़े सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने रायपुर के आम आदमी पार्टी कार्यालय में पंजाब सरकार के खिलाफ पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। इसके बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खालिस्तान रैली के मामले में मुख्यमंत्री का वक्तव्य की मांग किए। शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
प्रदेश में कानून व्यवस्था बर्बाद हो गई है : बृजमोहन अग्रवाल
इस मामले को लेकर सदन में शून्यकाल में बीजेपी ने कानून व्यवस्था पर स्थगन लगाया। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- छत्तीसगढ़ में हत्या की वारदात बढ़ रही है। कोरबा में दोरोगा की हत्या हो जाती है, सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। सरकार की नक्सलियों के साथ साठगांठ है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बर्बाद हो गई है। स्थगन पर चर्चा कराई जाए।
रायपुर को लोग अब चाकूपुर कहने लगे हैं : शिवरतन शर्मा
शिवरतन शर्मा ने कहा- रायपुर का नाम परिवर्तन कर अब चाकूपुर कहने लगे हैं। धरमजीत सिंह ने कहा, छत्तीसगढ़ में अपराधियों को कुचलना जरूरी है। साइबर ठगी, नकली नोट, आज घर से लोग निकलेंगे तो सुरक्षित पहुचेंगे की नहीं यह पता नहीं। अजय चंद्राकर ने कहा – नशा और जमीन के मामले में अपराध बढ़ रहे हैं, छोटी घटना में हत्या हो जाती है।
कौशिक, धर्मजीत और अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री से मांगा जवाब
धरम लाल कौशिक ने कहा, खालिस्तानी राजधानी जब जुलूस निकालते हैं, तो पुलिस कहा है। वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने खालिस्तान समर्थक के समर्थन में रैली निकालने का मामला उठाते हुए कहा कि, इस पर मुख्यमंत्री का बयान आना चाहिए।
स्थगन को आसंदी ने अस्वीकार किया
धरमलाल कौशिक ने कहा कि, छोटी-छोटी बातों में हत्या हो रही है, हम चाहते हैं अपराध घटे। उन्होंने कहा, खालिस्तान के समर्थक, समर्थन में रैली निकलना गंभीर मामला है। सदन में खालिस्तान के रैली को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस हुई। विपक्ष के स्थगन को आसंदी ने अस्वीकार किया। विपक्ष के सदस्य खड़े होकर कर नारेबाजी करने लगे।
सिख समाज के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता : मुख्यमंत्री
विपक्ष के सवालों का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में खालिस्तान के रैली पर बयान दिया। उन्होंने कहा, गुरुद्वारे से 30 से 35 लोग बिना सूचना दिए अचानक नारे लगाते हुए निकले। जहां तक सिख समाज की बात है, उनके देशभक्ति, बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
शहर के फुटेज खंगाल रही पुलिस, सख्त कार्रवाई होगी
मुख्यमंत्री ने कहा- छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह की देश विरोधी गतिविधि को प्रश्नय नहीं दिया जायगा। सभी फुटेज को पुलिस खंगाल रही है, जो भी नारे लगाते हुए पाया जायगा, उस पर सख्त से कार्रवाई की जाएगी।