उज्जैन : शनिवार यानी 15 फरवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में रूद्र सागर ब्रिज का उद्घाटन किया. अब महाकाल मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को आसानी होगी. रूद्रसागर तालाब पर बने इस ब्रिज के बारे में सीएम ने कहा कि यह सेतु विरासत से विकास और प्रदेश के स्वर्णिम भविष्य का पथ है.
22.5 करोड़ की लागत से तैयार
मध्य प्रदेश के उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के पास निर्मित रूद्रसागर ब्रिज की लागत 22.5 करोड़ रुपये है. इसकी लंबाई 200 मीटर और चौड़ाई 9 मीटर है. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को अब कम दूरी तय करनी होगी. पार्किंग से भक्त पुल पार करके सीधे मंदिर जा सकेंगे. श्रद्धालु अब चारधाम मंदिर से महाकाल मंदिर आसानी से आ और जा सकेंगे. इस ब्रिज से लाइट एंड साउंड शो को देखा जा सकेगा.
सम्राट अशोक के नाम पर होगा ब्रिज
नवनिर्मित रूद्रसागर ब्रिज का नाम सम्राट अशोक के नाम पर होगा. सीएम डॉ मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि महान सम्राट अशोक का उज्जैन से संबंध रहा है. इसी कारण इस ब्रिज का नाम अशोक सेतु होगा.
मुख्यमंत्री ने बाबा महाकाल से मांगा आशीर्वाद
शनिवार यानी 15 फरवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बाबा महाकाल के दर पर पहुंचे. यहां उन्होंने बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना की. उन्होंने बाबा से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आशीर्वाद मांगा. सोशल मीडिया साइट में पोस्ट करते हुए लिखा कि पावन नगरी उज्जैन में बाबा महाकाल का दर्शन-पूजन कर भोपाल में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा. मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास एवं समृद्धि के नए आयाम स्थापित करे, बाबा महाकाल से करबद्ध प्रार्थना की.