रायपुर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। इस मामले को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इसी कड़ी में सीएम विष्णुदेव साय ने ट्वीट करते हुए कहा कि, नक्सलियों के खात्मे से पहले कांग्रेस का खात्मा जरुरी है और इसका जवाब 19 अप्रैल को बस्तर में मतदान के दौरान मिल जाएगा।
सीएम साय ने बताया कि, कांकेर मुठभेड़ पर कांग्रेस नेताओं के बयानों से स्पष्ट है कि, नक्सलियों को संरक्षण देने का काम कांग्रेस ने किया है। अब बस्तर की जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सफाया तय है। भाजपा सरकार नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़कर बहुत जल्द छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त कराएगी।
सुप्रिया श्रीनेत ने दिया विवादित बयान
उल्लेखनीय है कि, देश के सबसे बड़े नक्सल एनकाउंटर पर भी सियासत होने लगी है। जिसपर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि, उन सब लोग जो शहीद हुए, हमारे कुछ सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं। इसकी गहन जांच होनी चाहिए। वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कवर्धा के दौरे के वक्त इस एनकाउंटर को फर्जी बताया था। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सवाल उठाये थे।
डिप्टी सीएम ने नक्सलियों का प्रेस नोट दिखाया था
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के फर्जी एनकाउंटर बोलने को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलियों का प्रेस नोट दिखाया था। इस प्रेस नोट को दिखाकर उन्होंने बताया कि, 50 साथ शहीद हुए हैं। इसी दिन विभाग की तरफ से भी यही कहा गया था। वहीं दूसरी घटना में 29 वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। हथियार भी बरामद किए गए हैं, इतना कुछ देखने के बाद कोई ऐसा कैसे बोल सकता है कि, यह फर्जी एनकांउटर है।