रायपुर। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति पर धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस से बेहतर स्थिति में तो क्षेत्रीय दल आ गए हैं। कांग्रेस पूरे देश में क्षेत्रीय दलों के पीछे छिप रही है। कई स्थानों में कांग्रेस सीधे मुकाबले में भी नहीं है। कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी से घटकर क्षेत्रीय पार्टी हो गई है। बहुमत तो दूर, क्षेत्रीय पार्टियों के साथ पहले इज्जत बचा ले यही बड़ी बात है।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट के लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में इतिहास बदलने की बात पर भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस का खाता नहीं खुला, सचिन पायलट छत्तीसगढ़ में क्या सीटें जीता पाएंगे? वे सपना देखते रहें, BJP 11 सीटें जीतने जा रही है।
कांग्रेस के प्रदेश चुनाव समिति की बैठक को लेकर विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर संकट की स्थिति है। विधानसभा के परिणाम से कांग्रेस के नेता भयभीत हैं। कांग्रेस नेताओं का बयान आया था- हम एक दूसरे को निपटाने में लगे रहे, अभी भी वे शंका में हैं, बड़े नेता चुनाव से बचना चाहते हैं। कौशिक ने कहा पूरे देश में BJP की लहर चल रही है।
गौरतलब है कि मिशन 2024 के तहत भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जीतने के लिए अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले दिनों हर लोकसभा में एक जॉइनिंग कमेटी गठित की है । यह कमेटी विभिन्न राजनीतिक दलों के ऐसे जनाधार वाले नेताओं को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ेगी जिन्होंने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को चुनौती दी थी। ज्वाइनिंग कमेटी के सदस्यों को ऐसे नेताओं की सूची बनाकर उन्हें साधने की जिम्मेदारी दी गई है ।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि पार्टी का एकमात्र लक्ष्य लोकसभा की सभी 11 सीटें जितना है । उसके लिए बहुत सी कमेटियां बनाई गई है । उनमें से एक कमेटी जॉइनिंग कमेटी है जो दूसरे दलों के जनाधार वाले नेता जिन्होंने निगम और पंचायत स्तर के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को चुनौती दी थी और जो चुनाव के समय किसी वजह से नाराज होकर पार्टी छोड़ दिए थे । उनसे बातचीत कर उन्हें पार्टी में शामिल करेगी। इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने तंज करते हुए कहा कि इससे साबित होता है कि भारतीय जनता पार्टी को अपने पुराने नेताओं पर भरोसा नहीं है ।