रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में सहकारिता को नई दिशा और ऊर्जा मिली है। बरसो से जो सहकारी समितियां कर्जो और घाटों मे थी वो भूपेश बघेल के शपथ लेने के कुछ घंटो में कर्ज और घाटे के जाल से मुक्त हो गई आज 95 प्रतिशत से ज्यादा सहकारी समिति लाभ में है पहले 1333 सोसाईटी होती थी जो कि बढ़कर आज 2247 हो गई है|
जिन्होंने कवर्धा और भोरमदेव गन्ना उत्पादकों का चुनाव हराने के बाद पदाधिकारियों मनोनित किया जिन्होंने बरसों मंडी समितियो नहर पंचायत, वनोपज संघ, ट्राईफंड का चुनाव नही करवाया आज वो सहकारिता आंदोलन कि दुहाई दे रहे है जो कि हास्यापद है सारी दुनिया को पता है वर्तमान में पुरानी सोसाईटीया का विघटन किसान हित में हुआ एवं 850 से ज्यादा नई किसान सहकारी समितियों का गठन किया गया है वहां कि मूलभूत सुविधाओं कि व्यवस्था करना एवं किसान अभी धान की लुवाई कराई में व्यस्त है वही राज्य सरकार 1 नवंबर से 31 जनवरी तक धान खरीदी एवं उसके बाद गन्ना, मक्का, उड़द, मूंग कि खरीदी में व्यस्त है, तब चुनाव कि बात करना बेमानी है वो भी उन लोगों के द्वारा जो सालों सहकारिता वनोपज चुनाव से परहेज किया करते रहे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि वर्तमान मनोनयन सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था है वो भी कानूनी प्रावधानों के तहत और कांग्रेस चुनाव से परहेज नही करती न ही डरती है जिसके गवाह 4-4 उपचुनाव नगरीय निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव का परिणाम शाश्वत उदारण है और आगे भी सदैव तैयार है किसानों के शोषणकर्ता, किसान हितैषी होने का दिखावा न करे।